नई दिल्लीः कॉर्पोरेट मंत्रालय ने पीएम इंटर्नशिप स्कीम का दूसरा चरण शुरू किया है। इस चरण में एक लाख से अधिक कैंडिडेट्स को इंटर्नशिप का मौका मिलेगा। ये इंटर्नशिप इस योजना के तहत सूचीबद्ध 300 कंपनियों द्वारा प्रदान की जाएंगी। इसके तहत देशभर के 730 जिलों में अभ्यर्थी चयनित किए जाएंगे।

जिन कंपनियों में इंटर्नशिप के मौके मिलेंगे, ये कंपनियां तेल, गैस और ऊर्जा, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराती हैं। इसके साथ ही कुछ कंपनियां एफएमसीजी, आतिथ्य और ऑटोमोटिव की भी हैं।   

मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि इस पायलट परियोजना के दूसरे चरण में देशभर में 70 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ये कार्यक्रम मुख्यतः सूचना, शिक्षा और संचार पर आधारित होंगे। 

तीन इंटर्नशिप के लिए कर सकते हैं आवेदन

इसके साथ राष्ट्रीय स्तर पर कुछ कैंपेन भी चलाए जा रहे हैं जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को जानकारी मिल सके। इस चरण में इंटर्नशिप के लिए आवेदन करने वाला प्रत्येक अभ्यर्थी तीन इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकता है। 

कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने हाल ही में लोकसभा सत्र के दौरान बताया था कि इस स्कीम के तहत अब तक 28 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को इंटर्नशिप सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। मंत्री ने बताया था कि पायलट प्रोजेक्ट के पहले चरण में 6 लाख 21 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन प्राप्त हुए थे। ये आवेदन एक लाख 27 हजार इंटर्नशिप अवसरों के लिए प्राप्त हुए थे। 

इस स्कीम के पहले चरण में आईओसीएल, ओएनजीसी, टाइटन, मारुति सुजुकी, वेदांता जैसी कंपनियों ने इंटर्नशिप कराई थी। साल 2024-25 के आम बजट में अगले पांच सालों में एक करोड़ छात्रों को इंटर्नशिप प्रदान करना था। इसके पहले साल में एक लाख 25 हजार अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया था। ये अवसर देश की शीर्ष 500 कंपनियों द्वारा प्रदान किए जाएंगे। 

इंटर्नशिप के लिए चुने गए इंटर्न को प्रति माह पांच हजार रुपए दिए जाते हैं। इसके साथ ही एक बार छह हजार रुपये दिए जाते हैं। इंटर्नशिप के दौरान चुने गए लोगों को आज के डिजिटल युग में प्रासंगिक प्रशिक्षण और पेशवर अनुभव प्रदान किया जाता है जिससे वे अपने कौशल का विस्तार कर सकें और वास्तविक दुनिया में इसका इस्तेमाल कर सकें।