नई दिल्लीः ग्लोबल डेटा मैनेजमेंट और क्लाउड मैनेजमेंट सर्विस प्रदाता भारत में विस्तार की योजना बना रही है। इसके तहत कंपनी भारत में पांच लाख युवाओं व महिलाओं को प्रशिक्षित करेगी। कंपनी विद्या प्रोजेक्ट के माध्यम से इन लोगों को प्रशिक्षित करेगी।

ओरेकल ने साल 2028 तक इस लक्ष्य को पूरा करने का निर्णय लिया है। प्रशिक्षण के दौरान कंपनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस के साथ-साथ ऐप बनाने में भी प्रशिक्षण प्रदान करेगी। 

तमिलनाडु में लागू किया था कार्यक्रम

ओरेकल ने इससे पहले भी तमिलनाडु की राज्य की नान मुधलवन योजना के साथ तमिलनाडु कौशल विकास निगम के सहयोग से विद्या प्रोजेक्ट लांच किया था। इस प्रोजेक्ट में 80 हजार छात्रों को प्रशिक्षित किया गया था और सर्टिफिकेट भी दिया गया था।

अब कंपनी इसे राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए कंपनी राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन ( एनएसडीएम ) के साथ सहयोग करेगी। कंपनी शुरुआत में एक लाख लोगों को प्रशिक्षण की योजना बना रही है। इस पहल के अंतर्गत इंजीनियरिंग, आर्ट्स और विज्ञान जैसे विषय शामिल हैं। 

ये प्रशिक्षण मॉड्यूल कंपनी की ओरेकल यूनिवर्सिटी द्वारा वितरित किए जाएंगे। इनका उद्देश्य आज के तकनीकी युग में युवाओं को स्किल सिखानी हैं जिनका इस्तेमाल कर वे तकनीकी रूप से खुद को सक्षम बना सकें।

प्रोजेक्ट विद्या के तहत ओरेकल विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण मंच ओरेकल माई लर्न के माध्यम से वितरित किया जाएगा। 

राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन के सीईओ वेद मणि तिवारी ने कहा कि "रणनीतिक साझेदारी और नवोन्मेषी मॉडल के माध्यम से हम एक कुशल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं जो न केवल वर्तमान उद्योग की मांगों को पूरा करता है बल्कि भविष्य के रुझानों का भी अनुमान लगाता है जिससे भारतीय युवाओं को देश की वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सशक्त बनाया जा सके।"