आईटी सेक्टर Photograph: (ग्रोक)
नई दिल्लीः नैसकॉम ने कहा है कि इस साल में तकनीकी क्षेत्र में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। नैसकॉम ने इस साल इस क्षेत्र में 1,25,000 नए रोजगार के अवसर जोड़ने की उम्मीद है। बीते साल के आंकड़ों के अनुसार, यह संख्या दोगुनी है। पिछले वित्तीय वर्ष में 60 हजार नई नौकरियां जुड़ी थीं।
कंपनी ने रोजगार के अवसरों के अलावा इस क्षेत्र के राजस्व में भी बढ़ोतरी की उम्मीद की है। कंपनी ने इसके राजस्व में 282.6 मिलियन डॉलर बढ़ने की उम्मीद जताई है। इसकी ग्रोथ 5.1 प्रतिशत के साथ स्थिर रहेगी। वहीं अगले वित्तीय वर्ष के लिए इसका राजस्व 300 मिलियन डॉलर को पार करने की उम्मीद है।
प्रमुख बाजारों में दर्ज की गई मंदी
यह विस्तार उस वक्त आने की उम्मीद है जब बीते 18 महीनों से यूरोप और अमेरिका के प्रमुख बाजारों में मंदी दर्ज की गई है। मंदी का मुख्य कारण व्यापक आर्थिक दबाव हैं।
वित्त वर्ष 2024 में आई गिरावट के बाद नैसकॉम का अनुमान है कि अब वित्त वर्ष 2025 में इस क्षेत्र में कुल कार्यबल 5.8 मिलियन (58 लाख) तक पहुंचने की उम्मीद है।
नैसकॉम के चेयरमैन सिंधु गंगाधरन के अनुसार, एआई का बढ़ता उपयोग, एजेंटिक एआई का उदय और मूल्य केंद्रों के रूप में वैश्विक क्षमता केंद्रों यानी जीसीसी की बढ़ती परिपक्वता उद्योग की गतिशीलता को नया आकार दे रही है। इस क्षेत्र में अब परिवर्तन देखा जा रहा है जो कुशल प्रतिभा की मांग को बढ़ा रहा है।
आईटी सेक्टर की वृद्धि के ये हैं प्रमुख कारण
आईटी उद्योग की वृद्धि में कई कारण योगदान दे रहे हैं। आईटी सेवा क्षेत्र की 2025 में वृद्धि 4.3 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद है। वहीं, इसका राजस्व 137.1 बिलियन डॉलर है। इसका ईआर ऐंड डी क्षेत्र सबसे तेजी से बढ़ रहा है। इसमें करीब सात प्रतिशत वृ्द्धि का अनुमान है जिससे इसका कुल अनुमान 55.6 बिलियन डॉलर हो जाएगा।
एआई, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी और डेटा एनालिटिक्स ये सभी क्षेत्र तकनीकी निवेश में अग्रणी हैं। नैसकॉम के तकनीकी उद्योग के सीईओ सर्वेक्षण 2025 से संकेत मिलता है कि 63% तकनीकी सीईओ को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2016 में एआई निवेश उनके कुल तकनीकी खर्च का 10% से अधिक होगा। इसके अलावा शीर्ष 20 आईटी सेवा कंपनियों में से 90% से अधिक सक्रिय रूप से एआई, क्लाउड और डेटा एनालिटिक्स को अपने संचालन में एकीकृत कर रहे हैं।
भले ही वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितताएं देखने को मिल रही हैं लेकिन इस क्षेत्र के दिग्गज भविष्य को लेकर आशावान हैं। नैसकॉम का सर्वे बताता है कि इस क्षेत्र के अधिकतर सीईओ आगामी वित्त वर्ष में व्यावसायिक वृद्धि की उम्मीद करते हैं।
डिजिटल अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। देश का ई-कॉमर्स क्षेत्र सालाना 35 प्रतिशत की वृद्धि से बढ़ रहा है। डिजिटल अर्थव्यवस्था देश की जीडीपी में लगभग 12 प्रतिशत योगदान देती है।