श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकवादियों ने दो मजदूरों पर गोलीबारी कर उन्हें घायल कर दिया है। यह घटना बडगाम के मगाम इलाके के मजहामा गांव में हुई, जहां आतंकियों ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो गैर-स्थानीय श्रमिकों, संजय और उस्मान को निशाना बनाया। दोनों मजदूर जल शक्ति परियोजना पर काम कर रहे थे और उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है।
अधिकारियों के अनुसार, इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और जिम्मेदार आतंकियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। यह घटना एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में ‘बाहरी’ लोगों को लक्षित करने वाले हमलों की श्रृंखला में एक नया अध्याय जोड़ती है।
12 दिन पहले 7 लोगों की कर दी थी हत्या
इससे पहले, 20 अक्टूबर को गांदरबल जिले में आतंकियों ने श्रमिकों के शिविर पर अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें एक विदेशी और एक स्थानीय आतंकवादी शामिल थे। इस हमले में छह गैर-स्थानीय श्रमिकों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हो गई थी। ये सभी एक बुनियादी ढांचे की परियोजना में काम कर रहे थे, जो श्रीनगर-सोनमर्ग रोड को हर मौसम में चालू रखने के लिए सुरंग का निर्माण कर रही थी।
आतंकवादियों ने 25 अक्टूबर को बारामूला जिले के गुलमर्ग में एक सेना के वाहन पर भी हमला किया, जिसमें तीन सैनिक और सेना के लिए काम करने वाले दो स्थानीय पोर्टर मारे गए। ये हमले इस बात को दर्शाते हैं कि आतंकवादियों का नेटवर्क अभी भी सक्रिय है और वे नए हमलों की योजना बना रहे हैं।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने क्या कहा?
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकवादियों से निपटने के लिए सेना और सुरक्षा बलों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादियों द्वारा बहाए गए निर्दोष लोगों के खून की एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक समारोह में कहा कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन्होंने देश की एकता को मजबूती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अलगाववाद और आतंकवाद के पुराने एजेंडे को अस्वीकार कर दिया है।”