नई दिल्ली: भाजपा की शगुन परिहार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ सीट से जीत हासिल करने में कामयाब रही हैं। चुनाव आयोग के अनुसार परिहार ने नेशनल कांफ्रेंस के सज्जाद अहमद किचलू को 521 वोटों के अंतर से हराया। शगुन परिहार को कुल 29053 वोट मिले। वहीं, किचलू को 28532 मत मिले।
किश्तवाड़ में क्यों खास है भाजपा और परिहार की जीत?
शगुन परिहार को भाजपा ने उस सीट पर उम्मीदवार के रूप में उतारा था, जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है। शगुन का यह पहला चुनाव भी था। शगुन ने अपने इस पहले चुनावी अभियान में आम मतदाताओं से लूट और हिंसा करने के आरोपियों और लोगों के लिए शांति, सुरक्षा और समृद्धि लाने के लिए प्रतिबद्ध लोगों के बीच विकल्प चुनने का आग्रह किया था।
इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में एमटेक की डिग्री हासिल करने के बाद शगुन परिहार वर्तमान में डॉक्टरेट के अध्ययन और जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग परीक्षा की तैयारी में लगी हुई हैं।
परिहार के पिता और चाचा की आतंकियों ने कर दी थी हत्या
परिहार के पिता अजीत परिहार और उनके चाचा अनिल परिहार की पंचायत चुनाव से ठीक पहले 1 नवंबर, 2018 को आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। अनिल परिहार भाजपा के सीनियर नेता थे। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान शगुन परिहार ने लोगों से अपील की थी कि उन्हें मिला वोट उनके परिवार के लिए नहीं, बल्कि हर उस परिवार के लिए जाएगा, जिन्हें जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के कारण नुकसान नुकसान उठाना पड़ा है।
#WATCH | J&K: BJP’s leading candidate from Kishtwar Shagun Parihar says, ” First of all, what I will do is that, because of security issues, we have lost so many of our army jawans, I lost my father, some have lost their brothers and sons…my efforts will be to ensure that there… pic.twitter.com/jDbIRqQAjU
— ANI (@ANI) October 8, 2024
भाजपा के भीतर एक उदारवादी आवाज माने जाने वाले शगुन परिहार के चाचा अनिल को मुस्लिम समुदाय से भी कुछ समर्थन हासिल था। अनिल परिहार राज्य में आतंकवाद के चरम पर होने दौरान भी किश्तवाड़ की राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल रहे थे। वैसे किश्तवाड़ नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ माना जाता रहा है। हालांकि 2014 में यहां की राजनीति में बड़ा बदलाव तब आया जब भाजपा ने पहली बार इस सीट पर कब्जा किया। उस भाजपा के उम्मीदवार सुनील शर्मा विजयी हुए।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा की 29 सीटों पर जीत
जम्मू-कश्मीर के 90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की है और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। नेशनल कांफ्रेंस 42 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही है। कांग्रेस को 6 और पीडीपी को 3 सीटों पर जीत मिली है। सात निर्दलीय भी चुनाव जीतने में सफल हुए है। आम आदमी पार्टी ने भी एक सीट जीती है।