तेल अवीव: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा है कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से बेरूत में हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या वाले ऑपरेशन को मंजूरी दी थी। इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) के हमले में हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की शुक्रवार क मौत हो गई है।
इस ऑपरेशन को अंजाम देने में इजराइली जेट विमानों ने दक्षिणी बेरूत में हिज्बुल्लाह के गढ़ों पर भारी बमबारी की थी। इस बमबारी में कई रिहायशी इमारतें नष्ट हुई थी।
ऑपरेशन के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के अयातुल्ला शासन को चेतावनी जारी की है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि जो लोग इजराइल को निशाना बनाएंगे, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।
बेंजामिन नेतन्याहू ने यह भी कहा है कि ईरान या मध्य पूर्व में कोई भी जगह इजराइल की पहुंच से परे नहीं है। इससे पहले हिज्बुल्लाह ने उत्तरी इजराइल में रॉकेट लॉन्च किया था जिसके जवाब में यह हमला हुआ है।
इजराइल ने लेबनान में स्थित हिज्बुल्लाह के कई साइटों पर हवाई हमले किए थे। इन हमलों में 64 साल के हसन नसरल्लाह की मौत हुई है।
ईरान को लेकर बेंजामिन नेतन्याहू कही यह बात
इजराइली हवाई हमले में बेरूत में लेबनान स्थित हिज्बुल्लाह नेता नसरल्लाह की मौत के बाद शनिवार को बेंजामिन नेतन्याहू ने टिप्पणियां की है। इजराइली पीएम ने कहा है, “ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इजराइल का लंबा हाथ न पहुंचे। आज आप जानते ही हैं कि यह कितना सच है।”
बेंजामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव में स्थित इजराइली रक्षा बल मुख्यालय से कहा कि हिज्बुल्लाह नेता की हत्या से अमेरिकी और फ्रांसीसी नागरिकों समेत कई इजराइलियों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ हिसाब किताब हो गया है।
नसरल्लाह कई हमलों और मौत का जिम्मेदार था-पीएम नेतन्याहू
बेंजामिन नेतन्याहू ने नसरल्लाह की मौत को इजराइल की सैन्य रणनीति के लिए एक बड़ी सफलता बताई है। उन्होंने कहा है कि इससे इजराइल की उत्तरी सीमाओं को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी। राष्ट्र को किए गए संबोधन में नेतन्याहू ने कहा है कि हसन नसरल्लाह 1980 के दशक में बमबारी का जिम्मेदार था।
हसन नसरल्लाह पर कई इजराइलियों और विदेशियों पर हमले करने का आरोप था। इन हमलों में साल 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर बमबारी भी शामिल है। इस हमले में 63 लोग मारे गए थे।
नेतन्याहू ने आगे कहा कि इस तरह के कई और मामलों में सैकड़ों अमेरिकी नौसैनिक और फ्रांसीसी सैनिक मारे गए हैं जिसका जिम्मेदार नसरल्लाह था।
विस्थापित हुए हजारों इजराइलियों का भी किया है जिक्र
प्रधानमंत्री ने उत्तरी हिस्से में सीमा पार से हुई गोलाबारी के कारण विस्थापित हुए हजारों इजराइलियों का भी जिक्र किया है। पिछले सप्ताह इजराइल ने उत्तरी हिस्से में अपने घरों में रहने वाले नागरिकों की वापसी को युद्ध का स्पष्ट उद्देश्य बताया था। नेतन्याहू ने अपने भाषण में इजराइल-लेबनान सीमा पर अमेरिकी समर्थित युद्धविराम प्रस्ताव का जिक्र नहीं किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ईरान को दी थी चेतावनी
बता दें कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक भाषण दिया था। इसमें उन्होंने हिज्बुल्लाह के साथ लड़ाई जारी रखने की शपथ ली थी और ईरान पर निशाना साधा था।
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “मैं अयातुल्ला शासन से कहता हूं कि जो कोई भी हमें हराएगा, हम उसे हरा देंगे। इजराइल एक ऐतिहासिक मोड़ पर पहुंच गया है।”
पीएम नेतन्याहू ने यह भी कहा है, “हम अपने दुश्मनों पर हमला जारी रखने, अपने निवासियों को उनके घरों में वापस लाने और सभी अपहरण किए गए लोगों को वापस लौटाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हम उन्हें एक पल के लिए भी नहीं भूलते।”
इजराइल ने नसरल्लाह को इसलिए निशाना बनाया है
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हिज्बुल्लाह को कमजोर करने के लिए नसरल्लाह को खत्म करना जरूरी हो गया था। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर उसे खत्म नहीं किया जाता तो जैसी ही इजराइली सेना हिज्बुल्लाह को कमजोर करती, नसरल्लाह फिर से संगठित हो उठता।
पीएम ने यह भी कहा है कि नसरल्लाह की मौत एक महत्वपूर्ण मोड़ है जो सीमा पार हमलों के कारण उत्तर भाग गए इजराइली निवासियों को घर लौटने में मदद हो सकती है।
हमास को कमजोर करने की रणनीति
पीएम नेतन्याहू ने यह भी कहा है कि नसरल्लाह की मौत से हमास भी कमजोर होगा। उन्होंने कहा है कि जब हमास को हिज्बुल्लाह का समर्थन नहीं मिलेगा तब वह पिछले साल सात अक्टूबर को बंधक बनाए इजराइलियों को रिहा करने पर जल्दी राजी होगा।
नेतन्याहू का कहना है कि समर्थन नहीं मिलने पर वह बंधकों को छोड़ने के प्रयासों का ज्यादा विरोध नहीं करेगा।
इजराइल अपने दुश्मनों से लड़ना जारी रखेगा- नेतन्याहू
नेतन्याहू ने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए इजराइल की सेना और खुफिया एजेंसियों की सराहना की है। उन्होंने ऑपरेशन को ऐतिहासिक क्षण बताते हुए अपना संबोधन समाप्त किया है और वादा किया कि इजराइल अपने दुश्मनों से लड़ना जारी रखेगा।
इजराइली पीएम ने विस्थापित निवासियों को घर लौटने में मदद करने और सभी बंधकों को वापस लाने का भी वादा किया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ