बेरूतः इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेता और संगठन के संभावित उत्तराधिकारी हाशिम सफीद्दीन की मौत की पुष्टि की है। सफीद्दीन की मौत दक्षिणी बेरूत के दाहियेह इलाके में 4 अक्टूबर की शुरुआत में हुई एक एयरस्ट्राइक में हुई थी। इस हमले में हिजबुल्लाह के खुफिया प्रमुख अली हुसैन हजीमा समेत 25 अन्य नेता भी मारे गए थे। गौरतलब है कि सितंबर महीने में हसन नसरल्लाह भी इजराइली हमले में मारा गया था।
सफीद्दीन की मौत से हिजबुल्लाह को बड़ा झटका
बता दें कि सफीद्दीन हिजबुल्लाह के एग्जीक्यूटिव काउंसिल के प्रमुख और संगठन के महत्वपूर्ण राजनीतिक चेहरा था। उसकी मौत को हिजबुल्लाह की नेतृत्व संरचना पर बड़ा आघात माना जा रहा है। हालांकि, हिजबुल्लाह ने अभी तक सफीद्दीन की मौत की पुष्टि नहीं की है। लेकिन हिजबुल्लाह के अधिकारियों ने कहा था कि 4 अक्टूबर को बेरूत के एयरपोर्ट के नजदीक हवाई हमले के बाद उनका सफीद्दीन से संपर्क टूट गया था।
आईडीएफ ने अपने एक्स पोस्ट में कहा, हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद के प्रमुख हाशिम सफीद्दीन को हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय के कमांडर अली हुसैन हजीमा के साथ ही लगभग 3 हफ्ते पहले दहीयेह में मार दिया गया। हाशिम सफीद्दीन हिजबुल्लाह की शीर्ष-राजनीतिक परिषद, शूरा काउंसिल का सदस्य था, जो संगठन में फैसले लेने और नीतियां बनाने का काम करती है।
हाशिम, हिजबुल्लाह के पूर्व नेता हसन नसरल्लाह के चचेरा भाई था। और संगठन के फैसलों पर उसका बड़ा प्रभाव था। जब नसरल्लाह लेबनान में नहीं होता था, तो हाशिम हिज़बुल्लाह के महासचिव के रूप में काम करता था। सफीद्दीन ने सालों तक इजराइल पर हमलों की योजना बनाई और संगठन के अहम फैसलों में हिस्सा लिया। हाशिम के साथ हाजीमा को भी मार दिया गया जो आईडीएफ सैनिकों पर कई हमलों के लिए जिम्मेदार था।
🔴 Hashem Safieddine, Head of the Hezbollah Executive Council and Ali Hussein Hazima, Commander of Hezbollah’s Intelligence Headquarters, were eliminated during a strike on Hezbollah’s main intelligence HQ in Dahieh approx. 3 weeks ago.
Hashem Safieddine was a member of the… pic.twitter.com/Z2wQGsRxvt
— Israel Defense Forces (@IDF) October 22, 2024
इजराइली सेना का कड़ा संदेश
इजराइली सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने भी सफीद्दीन की मौत की पुष्टि करते हुए कहा, “हमने हिजबुल्लाह के प्रमुख नेता हाशिम सफीद्दीन को मार गिराया है और हम उन सभी तक पहुंचेंगे जो इजराइल के नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।” हरजी हलेवी के इस बयान से साफ है कि इजराइल, हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने सैन्य अभियान को तेज कर चुका है।
हिजबुल्लाह ने अभी तक नहीं की पुष्टि
सफीद्दीन की मौत के बाद हिजबुल्लाह की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन संगठन के भीतर यह एक बड़ी क्षति मानी जा रही है। सफीद्दीन, नसरल्लाह के बाद हिजबुल्लाह के नेतृत्व की दौड़ में सबसे आगे था। अब संगठन का उप महासचिव नाइम कासिम ही हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेतृत्व में बचा एकमात्र प्रमुख चेहरा है, हालांकि कासिम नसरल्लाह जैसी लोकप्रियता उसकी नहीं है।
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इजराइल-लेबनान सीमा पर संघर्ष और गहराया
सफीद्दीन की मौत ऐसे समय में हुई है जब इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच झड़पें तेज़ हो रही हैं। हिजबुल्लाह ने 8 अक्टूबर को हमास के समर्थन में इजराइल पर रॉकेट दागे थे, जिसके जवाब में इजराइल ने 23 सितंबर को “ऑपरेशन नॉर्दर्न ऐरो” शुरू किया। तब से दोनों पक्षों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इजराइली एयरस्ट्राइक और हिजबुल्लाह के जवाबी हमलों के चलते अब तक 1.2 मिलियन से अधिक लेबनानी विस्थापित हो चुके हैं, और 2,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
सफीद्दीन की मौत के बाद इजराइली अभियान में तेजी
इजराइली सेना द्वारा सफीद्दीन की मौत की पुष्टि के बाद से ही दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। हाल ही में हुए एक हमले में 18 लोग मारे गए, जिसमें चार बच्चे भी शामिल थे। इसके अलावा, 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
अमेरिकी दबाव के बावजूद संघर्ष जारी
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से हमास के प्रमुख याह्या सिनवार की हत्या के बाद बंधकों की रिहाई और युद्ध समाप्ति पर विचार करने का आग्रह किया है। हालांकि, नेतन्याहू ने संघर्ष विराम की बात पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने इशारा किया कि सिनवार की मौत से बंधकों की रिहाई में मदद मिल सकती है, लेकिन गाजा में युद्ध विराम की संभावना को फिलहाल खारिज कर दिया है।