भारतीय रेलवे की आधिकारिक टिकट बुकिंग वेबसाइट, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन यानी आईआरसीटीसी (IRCTC), छठ पूजा के दौरान शनिवार को फिर से क्रैश हो गई। यात्रियों ने शिकायत की कि त्योहार की भीड़भाड़ के बीच वे अपने टिकट बुक नहीं कर पा रहे थे। त्योहारों के इस सीजन में एक हफ्ते के भीतर यह दूसरी बार है जब वेबसाइट ने काम करना बंद कर दिया।
शनिवार सुबह बड़ी संख्या में यात्रियों ने शिकायत की कि वे टिकट बुक नहीं कर पा रहे हैं। कई उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट पर यह संदेश दिखा— “This site is currently unreachable. Please try after some time” यानी “यह साइट इस समय उपलब्ध नहीं है, कृपया कुछ समय बाद दोबारा प्रयास करें।”
वेबसाइट डाउन होने की जानकारी देने वाले पोर्टल ‘डाउनडिटेक्टर’ (Downdetector) के अनुसार, सुबह लगभग 10:07 बजे आईआरसीटीसी की खराबी की रिपोर्टों में जबरदस्त उछाल आया। करीब 180 ऐसी शिकायतें आईं। 11:05 बजे के बाद यह संख्या घटकर 57 के करीब आ गई, लेकिन 2:20 बजे फिर से हल्की बढ़त दर्ज की गई, जब 19 नए यूजर्स ने वेबसाइट डाउन होने की सूचना दी।
छठ पूजा जैसे बड़े पर्व के दौरान जब हजारों यात्री बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए टिकट बुक करने की कोशिश कर रहे थे, उसी समय वेबसाइट का ठप पड़ जाना यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी बन गया।
यह लगातार दूसरी बार है जब त्योहारों की भीड़ में आईआरसीटीसी की वेबसाइट तकनीकी दिक्कतों के कारण ठप हो गई। इससे रेल सेवाओं की डिजिटल तैयारी और सर्वर क्षमता पर भी सवाल उठ रहे हैं।
गौरतलब है कि त्योहारी यात्रा को सुचारू बनाने के लिए रेलवे ने 1 अक्टूबर से 30 नवंबर 2025 के बीच 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन किया है, जिनमें से 2,220 ट्रेनें बिहार के लिए चलाई जा रही हैं ताकि छठ पूजा के दौरान यात्रियों की भारी आवाजाही को संभाला जा सके। केवल 21 और 22 अक्टूबर को दिल्ली क्षेत्र के छह प्रमुख स्टेशनों- नई दिल्ली, दिल्ली जंक्शन, आनंद विहार टर्मिनल, हजरत निजामुद्दीन, शकूरबस्ती और गाजियाबाद- से क्रमशः 1.69 लाख और 1.71 लाख अनारक्षित यात्री रवाना हुए, जो पिछले साल की तुलना में 5 से 7 प्रतिशत अधिक है।
राहुल गांधी ने उठाए सवाल
हालांकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्टेशनों पर बिहार जा रहे लोगों की भारी भीड़ और रेलवे की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा चलाई गई स्पेशल ट्रेनों की हालत दयनीय है। ट्रेनें ओवरलोड हैं और लोग दरवाजों व छतों तक लटककर सफर करने को मजबूर हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “त्योहार पर घर जाने की लालसा अब एक संघर्ष बन चुकी है। बिहार जाने वाली ट्रेनें ठसाठस भरी हैं, टिकट मिलना असंभव है, और सफर अमानवीय हो गया है। कई ट्रेनों में क्षमता से 200 प्रतिशत तक यात्री सवार हैं, लोग दरवाजों और छतों तक लटके हैं।”
उन्होंने लिखा, “फेल डबल इंजन सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। कहां हैं वे 12,000 स्पेशल ट्रेनें जिनका वादा किया गया था? हर साल हालात और बदतर क्यों होते जा रहे हैं? बिहार के लोग आखिर क्यों हर साल ऐसे अपमानजनक हालात में घर लौटने को मजबूर हैं?”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “अगर बिहार में रोज़गार और सम्मानजनक जीवन मिलता, तो लोगों को हज़ारों किलोमीटर दूर भटकना नहीं पड़ता। ये लोग सिर्फ़ मजबूर यात्री नहीं हैं, बल्कि एनडीए सरकार की धोखेबाज नीतियों और नीयत का जीता-जागता सबूत हैं। यात्रा सुरक्षित और सम्मानजनक हो- यह कोई एहसान नहीं, बल्कि हर नागरिक का अधिकार है।”
वहीं, रेल मंत्रालय का कहना है कि अक्तूबर और नवंबर के दौरान बिहार के लिए कुल 2200 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं ताकि त्योहारों के मौसम में यात्रियों को सुविधा मिल सके।

