तेहरानः ईरान की सरकार ने भारतीय नागरिकों को लेकर कड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने भारतीय नागरिकों के लिए राज्य में वीजा-मुक्त प्रवेश सुविधा निलंबित कर दी है। ईरान में भारतीय नागरिकों को फर्जी नौकरी के लालच में तस्करी करके लाने और करके लाए जाने और फिर फिरौती के लिए अपहरण किए जाने के कई मामले आए जिसके बाद सरकार ने यह कार्रवाई की।
यह निलंबन सामान्य पासपोर्ट रखने वाले सभी भारतीय नागरिकों पर लागू होगा। भारतीय यात्रियों को अब ईरान में प्रवेश और आवागमन दोनों के लिए वीजा प्राप्त करना होगा।
ईरान ने 17 नवंबर को जारी की एडवाइजरी
सोमवार, 17 नवंबर शाम को जारी एक एडवाइजरी में विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि इस निर्णय का उद्देश्य संगठित आपराधिक नेटवर्क द्वारा वीजा छूट के दुरुपयोग को रोकना है जो बेताब नौकरी चाहने वालों का शोषण करते हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे कई घटनाओं के बारे में पता चला है जहां भारतीयों को उच्च वेतन वाली नौकरियों, खाड़ी या यूरोपीय देशों में आसान आवागमन और वीजा-मुक्त रोज़गार के अवसरों का वादा करके ईरान की यात्रा के लिए धोखा दिया गया। इसमें कहा गया है कि इनमें से कई लोगों का ईरान पहुंचने पर अपहरण कर लिया गया और आपराधिक गिरोहों ने उनके परिवारों से फिरौती की माँग की।
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इस एडवाजरी में आगे कहा गया “सरकार का ध्यान भारतीय नागरिकों को रोजगार के झूठे वादों के जरिए ईरान ले जाने की कई घटनाओं की ओर आकर्षित किया है…ईरान पहुंचने पर उनमें से कई का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया।”
मंत्रालय ने चेतावनी दी कि निलंबित वीजा छूट का फायदा उन एजेंटों ने उठाया है जो कमजोर नौकरी चाहने वालों को अपना शिकार बनाते हैं।
बीते महीने भी जारी की थी एडवाइजरी
इससे पहले ईरानी विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने भी एक एडवाइजरी जारी की थी जिसमें भारतीयों को धोखेबाज एजेंटों द्वारा रोजगार के बहाने ईरान भेजे जाने के बारे में आगाह किया गया था। मंत्रालय ने नागरिकों से ऐसे प्रस्तावों के झांसे में न आने का आग्रह किया था और जोर देकर कहा था कि वीजा-मुक्त पहुंच की सख्त सीमाएं हैं और यह रोजगार पर लागू नहीं होतीं।
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बीते साल फरवरी से ईरान ने मध्य एशिया के कई देशों और भारत के साथ राजनयिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से भारतीयों को कुछ शर्तों के तहत बिना वीजा के देश में यात्रा करने की अनुमति दे दी थी। यह सामान्य पासपोर्ट धारकों पर भी लागू होता था जिससे उन्हें हर छह महीने में एक बार ईरान में वीजा-मुक्त प्रवेश की अनुमति मिलती थी। यह केवल पर्यटन उद्देश्यों के लिए होती थी जो सिर्फ 15 दिन तक के लिए होती थी और इसका विस्तार नहीं होता था।

