वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'एक महान मित्र' और 'बहुत स्मार्ट व्यक्ति' बताया। उन्होंने ये बातें व्हाइट हाउस में प्रेस ब्रीफिंग में कहीं। इसी दौरान उन्होंने भारत के उच्च टैरिफ पर एक बार फिर अपने स्टैंड की पुष्टि की।
ट्रंप ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में यहां आए थे और हम हमेशा से बहुत अच्छे मित्र रहे हैं। भारत दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है। वे बहुत स्मार्ट हैं और मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं। हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही। मुझे लगता है कि भारत और हमारे देश के बीच सब कुछ बहुत अच्छा होने वाला है। और मैं कहना चाहता हूं कि आपके पास एक बेहतरीन प्रधानमंत्री है।'
#WATCH | Washington, US: On India-US tariff talks, US President Donald Trump says, "Prime Minister Modi was here just recently, and we've always been very good friends. India is one of the highest tariffing nations in the world... They're very smart. He (PM Modi) is a very smart… pic.twitter.com/7O4adE7F9f
— ANI (@ANI) March 28, 2025
ट्रंप का यह बयान तब आया है जब अमेरिका 2 अप्रैल से भारत सहित कई देशों पर पारस्परिक टैरिफ लागू करने की तैयारी कर रहा है। ट्रंप ने लगातार भारत की व्यापार नीतियों की आलोचना की है, और इसे 'टैरिफ किंग' कहा है। ट्रंप कहते रहे हैं कि भारत के आयात शुल्क 'बहुत अनुचित और मजबूत' हैं।
'भारत के साथ मेरी बस एक समस्या...'
ट्रंप ने कुछ दिन पहले दिए गए एक बयान में कहा था, 'भारत के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन भारत के साथ मेरी एकमात्र समस्या यह है कि वे दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक हैं। मेरा मानना है कि वे शायद उन टैरिफ को काफी हद तक कम करने जा रहे हैं, लेकिन 2 अप्रैल से हम उनसे वही टैरिफ वसूलेंगे जो वे हमसे वसूलते हैं।'
वहीं, इस पूरे मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि 12-13 फरवरी को पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, भारत और अमेरिका दोनों ने निष्पक्षता, राष्ट्रीय सुरक्षा और रोजगार सृजन सुनिश्चित करने वाले विकास को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को गहरा करने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य - 'मिशन 500' निर्धारित किया है, जिसका लक्ष्य 2030 तक कुल दोनों तरफ से वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार को दोगुना से अधिक करके 500 बिलियन डॉलर करना है। दोनों पक्षों ने 2025 के आखिर तक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की।'
उन्होंने आगे कहा, 'दोनों सरकारें इन बातचीत को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं और बीटीए के लिए एक रूपरेखा तैयार करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। इसका उद्देश्य वस्तुओं और सेवाओं के क्षेत्र में व्यापार का विस्तार करना है। साथ ही बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करना और आपूर्ति-श्रृंखला को बेहतर करने की दिशा में काम करना है।'
जब ट्रंप ने कहा था- भारत के साथ व्यापार कठिन
इससे पहले ट्रंप ने भारत की आलोचना करते हुए कहा था कि 'उनके पास (भारत) सबसे अधिक टैरिफ हैं' और 'यह व्यापार करने के लिए एक कठिन जगह है।' ट्रंप ने कहा था, 'हम जल्द ही पारस्परिक टैरिफ लगाएंगे- वे हमसे शुल्क लेते हैं, हम उनसे शुल्क लेंगे। कोई भी कंपनी या देश हो, जैसे कि भारत या चीन, जो भी शुल्क लगाते हैं। हम निष्पक्ष होना चाहते हैं, इसलिए, पारस्परिक टैरिफ होगा।'
ट्रंप ने आगे कहा था, 'हमने ऐसा कभी नहीं किया। हम कोविड आने से पहले ऐसा करने की तैयारी कर रहे थे।' ट्रंप ने भारत के ऑटोमोटिव आयात शुल्कों का विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा था, 'भारत हमसे 100% से अधिक ऑटो टैरिफ वसूलता है।'