हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद में अराजकतत्वों द्वारा ट्रेनों को डिरेल करने की साजिश को ट्रेन के लोको पायलट की सजकता से नाकाम कर दिया गया। इससे एक बड़ा रेल हादसा होने से बच गया। घटना की जानकारी जैसे ही रेलवे के आला अधिकारियों को लगी तो मौके पर रेल, जीआरपी एवं आरपीएफ के अधिकारी पहुंचे। फिलहाल मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।
यह घटना दलेलनगर-उमरताली के मध्य किलोमीटर संख्या 1129/14 पर हुई, जहां अराजक तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का गुटका और लोहे के अर्थिंग वायर रखकर 20504 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस और 15044 काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस को निशाना बनाने की कोशिश की।
इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका
घटना शाम करीब 5:45 बजे की है, जब लखनऊ की ओर जा रही राजधानी एक्सप्रेस के लोको पायलट ने ट्रैक पर संदिग्ध वस्तुएं देखीं। उसने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और ट्रैक पर रखे लकड़ी के गुटके और अर्थिंग वायर को हटाया। इस दौरान ट्रेन पांच से दस मिनट तक रुकी रही। लोको पायलट ने रेल अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद ट्रैक की जांच शुरू हुई।
राजधानी एक्सप्रेस के सुरक्षित गुजरने के बाद अराजक तत्वों ने उसी स्थान पर दोबारा लकड़ी का गुटका और अर्थिंग वायर रखकर काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची। इस बार भी लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को रोककर हादसे को टाल दिया और ट्रैक को साफ करवाया।
जीआरपी, और आरपीएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं
सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी, जीआरपी, और आरपीएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं। जीआरपी हरदोई के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह, बालामऊ आरपीएफ प्रभारी, और स्थानीय रेल अधिकारियों ने ट्रैक की गहन जांच की। शाम 7:30 बजे ट्रैक को फिट घोषित कर रेल यातायात बहाल किया गया। मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। हरदोई में यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी अराजक तत्व रेलवे ट्रैक पर लोहे के बोल्ट, लकड़ी के गुटके, और अन्य सामग्री रखकर ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश कर चुके हैं।
काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस को भी बनाया निशाना
राजधानी एक्सप्रेस के गुजरने के तुरंत बाद अराजकतत्वों ने पीछे से आ रही 15044 काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची। हालांकि काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस के लोको पायलट की सूझबूझ से यह हादसा भी टल गया। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और रेलवे ट्रैक पर दोबारा रखे गए लकड़ी के गुटके और लोहे के अर्थिंग वायर को हटाकर ट्रेन को लखनऊ की ओर रवाना किया। लोको पायलट ने मामले की जानकारी दलेलनगर स्टेशन मास्टर को दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे रेल अधिकारियों ने ट्रैक की जांच कर शाम करीब 7:30 बजे ट्रैक को क्लियर किया। वहीं जीआरपी हरदोई के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह, बालामऊ आरपीएफ के प्रभारी समेत स्थानीय रेल अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गए हैं।
पहले भी सामने आ चुकी है ऐसी घटना
हाल के महीनों में हरदोई रेलवे स्टेशन के आउटर और दिलावर नगर में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन हर बार लोको पायलट की सजगता से हादसे टल गए हैं। इन मामलों में भी पुलिस अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। रेलवे अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और ट्रैक की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं ताकि ऐसे कृत्यों के पीछे शामिल लोगों को जल्द पकड़ा जा सके। जनता से भी अपील की गई है कि वे रेलवे ट्रैक के आसपास संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें।