Photograph: (सोशल मीडिया)
पश्चिम बंगाल पुलिस ने जिस वजाहत खान कादरी रशीदी की शिकायत पर लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा पनोली को गिरफ्तार किया है, अब उसकी घिनौनी हरकतें सामने आ रही हैं। हिंदू देवी-देवताओं के अपमान, अभद्र टिप्पणियों और उसके सोशल मीडिया पर उगले गए जहर को लेकर वजाहत खान कादरी रशीदी के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज हुई हैं। दो एफआईआर दिल्ली में और एक एफआईआर गुवाहाटी में दर्ज किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं।
वजाहत खान कादरी अब सोशल मीडिया साइट X पर ट्रेंड कर रहा है। यूजर्स में उसके हिंदू देवी-देवताओं और धार्मिक परंपराओं के खिलाफ की कई टिप्पणी को लेकर आक्रोश है और वह इसके गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। आक्रोश है कि अब तक आखिर वजाहत खान कादरी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
कौन है वजाहत खान और क्यों दर्ज किया था केस?
वजाहत खान ने 15 मई 2025 को कोलकाता के गार्डनरीच पुलिस स्टेशन में शर्मिष्ठा पनोली के खिलाफ एफआईआर नंबर 136 के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि पनोली ने सोशल मीडिया पर ऐसा वीडियो डाला, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। इसके तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 295A (अब भारतीय न्याय संहिता की धारा 299) में केस दर्ज किया गया।
शिकायतकर्ता के अपने पोस्ट बने सवालों के घेरे में
हालांकि अब वजाहत खान की ही सोशल मीडिया गतिविधियां जांच के घेरे में हैं। उनके कई पुराने पोस्ट्स वायरल हो रहे हैं, जिनमें उन्होंने खुद हिंदू धर्म, त्योहारों और देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणियां की थी। इन पोस्ट्स के सामने आने के बाद कई यूजर्स ने सवाल उठाए हैं कि क्या वजाहत खान द्वारा सिर्फ एकतरफा धार्मिक भावनाओं को आहत बताना उचित है, जबकि उन्होंने खुद भी कई बार दूसरी धर्मों को लेकर आपत्तिजनक बातें कही हैं?
मामले में राजनीतिक और कानूनी तूल
अब यह मुद्दा सिर्फ हेट स्पीच का नहीं, बल्कि धर्मनिरपेक्षता, कानून के समान पालन और सोशल मीडिया जिम्मेदारी का भी बन गया है। कानूनी जानकारों का मानना है कि अगर किसी के बयान से धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं तो कानून सब पर समान रूप से लागू होना चाहिए, न कि किसी एक पक्ष विशेष पर।