नई दिल्लीः वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी का कमांडेंट बनाया गया है। गुरचरण सिंह ने 25 मई को वाइस एडमिरल अजय कोचर से नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए), खडाक्वासला के कमांडेंट के रूप में प्रभार ग्रहण किया।
एनडीए के पूर्व छात्र, गुरचरण सिंह को जुलाई 1990 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। बतौर ध्वज अधिकारी समुद्री जहाजों पर और तट पर तैनात रहते हुए उन्होंने कई पदों पर कार्य किया है । तोपखाना और मिसाइलों के विशेषज्ञ के रूप में, उन्होंने भारतीय नौसेना पोत रणजीत और प्रहार पर सेवा की है। उन्हें तीन भारतीय निर्मित युद्धपोतों के चालक दल के हिस्से के रूप में शामिल होने का गौरव प्राप्त है। आईएनएस ब्रह्मपुत्र में तोपखाना अधिकारी के रूप में, आईएनएस शिवालिक में कार्यकारी अधिकारी के रूप में, और आईएनएस कोच्चि में कमांडिंग ऑफिसर के रूप में।
जहाजों की कमान, प्रशिक्षण और स्टाफ के पदों पर व्यापक अनुभव
वह एक अनुभवी नौसेना अधिकारी हैं जिनके पास जहाजों की कमान, प्रशिक्षण और स्टाफ के पदों पर व्यापक अनुभव है। उन्होंने आइएनएस विद्युत और आइएनएस खुखरी की कमान भी संभाली है। साथ ही वे आईएनएस ड्रोणाचार्य (गनरी स्कूल) में प्रशिक्षक और गोवा के नेवल वॉर कॉलेज के डिप्टी कमांडेंट रह चुके हैं। गुरचरण के स्टाफ कार्यकाल में कार्मिक निदेशालय/ एनएचक्यू कार्मिक के सहायक प्रमुख, नौसेना गुप्तचर निदेशालय (Directorate of Naval Intelligence)/ एनएचक्यूऔर भारतीय नौसेना वर्क-अप टीम में नियुक्तियां शामिल हैं।
2022 में पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग का पदभार संभाला
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 29 नवंबर 2022 को उन्होंने पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग का पदभार संभाला। इस कार्यकाल के दौरान, बेड़े ने ‘ऑर्डनेंस ऑन टारगेट’ मिशन पर मारक केन्द्रीयता के साथ परिचालन तैयारियों के उच्चतम उत्साह को बनाए रखा। 15 जनवरी 2024 को वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नत होने पर, फ्लैग ऑफिसर को नियंत्रक कार्मिक सेवा के रूप में नियुक्त किया गया, जिसमें कर्मियों और नौसेना समुदाय की कार्य स्थिति में सुधार के लिए विभिन्न पहल की गईं।
प्रशिक्षण के दौरान एडमिरल कटारी ट्रॉफी से सम्मानित हुए थे गुरचरण
उन्हें अपने बैच में ‘प्रारंभिक प्रशिक्षण के दौरान समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान’ प्राप्त करने के लिए एडमिरल कटारी ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। उनकी कमान के तहत, आइएनएस खुखरी को दिसंबर 2011 में समग्र परिचालन प्रभावशीलता और एंटी-पायरेसी ऑपरेशन के सफल संचालन के लिए चीफ ऑफ नेवल स्टाफ ‘यूनिट प्रशस्ति पत्र’ से सम्मानित किया गया था।
उन्हें एफओसी-इन-सी कमेंडेशन (2002), नौसेना पदक (2020) और अति विशिष्ट सेवा पदक (2024) से भी सम्मानित किया गया है। उनकी शैक्षणिक योग्यताओं में एमएससी और एमफिल (रक्षा और सामरिक अध्ययन) शामिल हैं। डीएसएससी वेलिंगटन में स्टाफ कोर्स, नेवल वॉर कॉलेज में उच्च कमान और भारत में एनडीसी पाठ्यक्रमों के अलावा, उन्होंने नेशनल इंटेलिजेंस यूनिवर्सिटी (एनआईयू), वाशिंगटन में समुद्री खुफिया पाठ्यक्रम और स्टॉकहोम, स्वीडन में संयुक्त राष्ट्र स्टाफ ऑफिसर्स कोर्स (यूएनएसओसी) में भाग लिया है।
आईएएनएस इनपुट के साथ