नई दिल्ली: भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को 18वें लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से बताया गया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत लोकसभा सदस्य भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। प्रोटेम स्पीकर नए सांसदों को लोकसभा की सदस्यता की शपथ दिलाते हैं।
18वें लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा। वहीं, 24 और 25 जून को नवनिर्वाचित सदस्य शपथ लेंगे। भारत के संविधान के अनुच्छेद 94 में कहा गया है, ‘जब भी लोक सभा भंग होती है, तो इसके अध्यक्ष भंग होने के बाद लोकसभा की पहली बैठक से ठीक पहले तक अपना कार्यालय नहीं छोड़ेंगे।’
लोकसभा अध्यक्ष का निर्णय सदन में बहुमत से किया जाता है। इससे पहले प्रोटेम स्पीकर को राष्ट्रपति नियुक्त करते हैं जो सांसदों को शपथ दिलाने, नए लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव कराने जैसे कुछ महत्वपूर्ण कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं।
राष्ट्रपति की ओर से संविधान के अनुच्छेद 99 के तहत लोकसभा के सदस्यों सुरेश कोडिकुन्निल, टीआर. बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय को प्रोटेम स्पीकर के सहायक के तौर पर नियुक्त किया है।
कौन हैं भर्तृहरि महताब
भर्तृहरि महताब ओडिशा की कटक लोकसभा सीट से 7 बार से सांसद हैं। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के भर्तृहरि महताब ने बीजद के संत्रुप्त मिश्रा को 57,077 वोटों से हराया। मौजूदा लोकसभा में 66 साल के महताब सबसे अनुभवी सांसदों में से एक हैं। महताब 1998 से संसद में कटक का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उनके पास सदन चलाने का भी अनुभव है क्योंकि वह पिछली लोकसभा में अध्यक्षों के पैनल में शामिल थे।
ओडिशा के पहले मुख्यमंत्री हरेकृष्ण महताब के बेटे भर्तृहरि ने लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले बीजू जनता दल (बीजद) की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें कटक सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था। महताब इससे पहले 2014 से 2019 तक लोकसभा में बीजद के फ्लोर लीडर के रूप में काम कर चुके हैं।
इसी साल मार्च में बीजेडी से उनका इस्तीफा ओडिशा की एक विशेष अदालत द्वारा 2011 में एक पुलिस उप-निरीक्षक पर हमले के 13 साल पुराने मामले में उनके खिलाफ आरोप तय किए जाने के कुछ दिनों बाद आया था। भतृहरि उड़िया भाषा के अखबार ‘द प्रजातंत्र’ के मालिक और संपादक भी हैं। इस अखबार की स्थापना उनके पिता ने की थी। बीजद में उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई संपादकीय प्रकाशित किए जो पार्टी के कामकाज की ही आलोचना करते थे। इससे बीजद में वे अपने ही सहयोगियों की आलोचना का भी शिकार होते रहे थे।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम 4 जून को घोषित हुए थे। 9 जून को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हुआ था। नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। लोकसभा चुनावों में एनडीए को 293 सीटों पर जीत हासिल हुई। जबकि, इंडिया गठबंधन के खाते में 234 सीट आई है। अन्य को 17 सीटें मिली हैं।