कोलकाता: भारत आए बांग्लादेशी सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि सांसद के एक दोस्त ने उनकी हत्या करवाई है।
एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने यह दावा किया है कि अनवारुल के एक पुराने दोस्त ने पांच करोड़ की सुपारी दी है। मामले में तीन लोग गिरफ्तार भी हुए हैं। गुरुवार को कोलकाता पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर मौजूद एक कार से नमूने भी जमा किए हैं।
56 साल के सांसद बांग्लादेश के सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के सदस्य थे। उन्होंने हाल में झेनाइदाह सीमावर्ती जिले से लगातार तीसरी बार जीत हासिल की थी। अनवारुल भारत में अपना इलाज कराने के लिए आए थे और यहां आने के बाद वे 13 मई से लापता हो गए थे।
सांसद को आखिरी बार 13 मई को कोलकाता के बाहरी इलाके न्यू टाउन के एक लक्जरी अपार्टमेंट में ट्रेस किया गया था। बुधवार को उन्हें मृत पाया गया है।
क्या है पूरा मामला
इलाज के लिए भारत आए बांग्लादेशी सांसद अपने एक परिचित के यहां ठहरे थे। चेकअप के लिए घर से निकलने पर वे दोबारा घर नहीं लौटे थे। कई दिनों बाद उनकी हत्या की पुष्टि हुई है। हालाकि हत्या के पीछे क्या कारण है इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
मामले की जांच पश्चिम बंगाल पुलिस कर रही जो अब राज्य सीआईडी के हाथ में हैं। उत्तरी कोलकाता के बारानगर के निवासी और बांग्लादेशी राजनेता के परिचित गोपाल विश्वास ने उनके लापता की शिकायत पुलिस से की थी।
जांच के दौरान पुलिस ने लक्जरी अपार्टमेंट से सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में ले लिया है जहां पर सांसद को आखिरी बार ट्रेस किया गया था। घटनास्थल से खून के कुछ धब्बे भी मिले हैं। मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह दावा किया है कि हमलावर आतंकवादी संगठनों से जुड़े हो सकते हैं।
हत्या के लिए दी गई है 5 करोड़ की सुपारी: पुलिस
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को यह कहा है कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि लगभग पांच करोड़ रुपए की सुपारी लेकर सांसद की हत्या की गई है। अधिकारी ने यह भी दावा किया है हत्या के लिए सांसद के एक पुराने दोस्त ने पैसे दिए थे।
अधिकारी ने यह भी कहा है कि सांसद के जिस दोस्त पर हत्या का शक है वह एक अमेरिकी नागरिक है और उसके पास कोलकाता में एक फ्लैट भी है। सीआईडी के आईजी अखिलेश चतुर्वेदी ने बुधवार को कहा था कि पुलिस के पास ‘विश्वसनीय इनपुट’हैं कि सांसद की ‘हत्या की गई होगी।’
अब तक क्या हुआ
12 मई को बांग्लादेशी सांसद भारत आए थे। वे अपने परिचित गोपाल विश्वास के यहां ठहरे थे।
13 मई के दोपहर को वे घर से निकले थे। वे डॉक्टर को दिखाने के लिए बाहर गए थे। यह कहा था कि वे रात में खाना यहीं आकर खाएंगे।
उसी दिन विश्वास को सांसद के फोन से एक व्हाट्सएप मैसेज आया कि वे दिल्ली जा रहे हैं और इस दौरान उनसे संपर्क न किया जाए।
15 मई को अनवारुल के दोस्त को एक और व्हाट्सएप मैसेज आया जो कथित तौर पर सांसद का था और उसमें यह कहा था कि वे दिल्ली पहुंच गए हैं और वे वीआईपी लोगों के साथ हैं।
विश्वास ने शिकायत में बताया कि 17 मई से सांसद के साथ संपर्क बंद हो गया था। इस दौरान सांसद की बेटी ने भी उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी पर उनसे बात नहीं हो पाई थी।
ऐसे में इसके बाद 18 मई को बारानगर पुलिस स्टेशन में सांसद के परिचित विश्वास द्वारा एक गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी।
शिकायक के बाद एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है और सीआईडी ने मामले की जांच शुरू कर दी थी।
बांग्लादेश सरकार ने क्या प्रतिक्रिया दी है
मामले में बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने विधायक की मृत्यु पर अपनी संवेदना और गहरा दुख व्यक्त किया है। वहीं ढाका में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने यह दावा किया है कि कोलकाता में सांसद की एक सुनियोजित हत्या की गई है।
बुधवार को अपने घर पर पत्रकारों से बात करते हुए खान ने कहा है कि इस सिलसिले में बांग्लादेश पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।