नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सिंगापुर पहुंचने पर पीएम मोदी का वहां की संसद में भव्य स्वागत किया गया है। गुरुवार को उन्होंने सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वोंग के साथ एक बैठक की है। इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों को ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ाने पर सहमति जताई है।
पीएम मोदी और सिंगापुर के पीएम वोंग की मौजूदगी में भारत और सिंगापुर के बीच डिजिटल टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य और चिकित्सा, शैक्षिक सहयोग और कौशल विकास और भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम साझेदारी के क्षेत्र में कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
वार्ता से पहले पीएम मोदी का सिंगापुर संसद भवन में औपचारिक स्वागत किया गया था। पीएम मोदी और सिंगापुर के पीएम वोंग ने संसद भवन में एक-दूसरे देशों के मंत्रियों और प्रतिनिधियों से मुलाकात भी की थी। पीएम मोदी ने विजिटर बुक पर हस्ताक्षर भी किया है।
किन 4 समझौतों पर बनी है सहमति
दोनों नेताओं के बीच बैठक में भारत और सिंगापुर के बीच चार महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इन समझौतों में डिजिटल तकनीक, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा और कौशल विकास पर हस्ताक्षर हुए हैं जो दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करेगा।
समझौते में भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और सिंगापुर के व्यापार और उद्योग मंत्रालय के बीच भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम साझेदारी पर एमओयू भी शामिल है।
बैठक में पीएम मोदी ने सिंगापुर की भूमिका पर बोलते हुए इसे विकासशील देशों के लिए अच्छा साझेदार और प्रेरणास्रोत बताया है। डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग पर भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और सिंगापुर के डिजिटल विकास और सूचना मंत्रालय के बीच एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं।
शैक्षिक सहयोग और कौशल विकास पर भारत के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय और सिंगापुर के शिक्षा मंत्रालय के बीच भी सहमति बनी है। स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग को लेकर भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच समझौता हुआ है।
व्यापार और निवेश के विस्तार पर रहा ज्यादा फोकस
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि नई साझेदारी के कारण भारत की एक्ट ईस्ट नीति को बढ़ावा मिलेगा। यही नहीं इससे एडवांस मैन्युफैक्चरिंग, कनेक्टिविटी, डिजिटलीकरण, स्वास्थ्य देखभाल और स्थिरता जैसे प्रमुख क्षेत्रों का सहयोग और भी गहरा होगा।
बैठक में दोनों नेताओं का आर्थिक संबंधो पर ज्यादा फोकस रहा है और इनके बीच व्यापार और निवेश के विस्तार करने के तरीकों पर भी चर्चा हुई है।
अन्य साझेदारियों की भी हुई है समीक्षा
पीएम मोदी ने बैठक में भारतीय अर्थव्यवस्था में सिंगापुर के लगभग 160 अरब अमेरिकी डॉलर के महत्वपूर्ण निवेश का भी जिक्र किया है। उन्होंने रक्षा, सुरक्षा, समुद्री जागरूकता और एआई और फिनटेक जैसे नए प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग की भी समीक्षा की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को पीएम वोंग से मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा की है। वोंग से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत देश में कई सिंगापुर बनाना चाहता है।
गोलमेज सम्मेलन को लेकर भी हुई है चर्चा
दोनों नेताओं के बीच अगस्त 2024 में आयोजित दूसरे भारत और सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन को लेकर भी चर्चा की गई है। उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग, स्वास्थ्य देखभाल और स्थिरता जैसे क्षेत्रों में नए सहयोग के लिए सम्मेलन की तारीफ भी की है।
इस बैठक में सेमीकंडक्टर सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया जिसे जो द्विपक्षीय संबंधों के लिए काफी अहम माना गया है।
2025 में दोनों देशों के बीच रिश्ते के हो जाएंगे 60 साल
आर्थिक और तकनीकी चर्चाओं के अलावा दोनों नेताओं ने साल 2025 में राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे होने को लेकर भी उत्साहित दिखे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध पर प्रकाश डालते हुए सिंगापुर में भारत का पहला तिरुवल्लुवर सांस्कृतिक केंद्र खोलने की भी घोषणा की है।
पीएम मोदी ने सिंगापुर के पीएम को भारत आने का न्योता भी दिया है जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ