नई दिल्ली: एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को लोकसभा में पूछा कि केंद्र सरकार भारतीय क्रिकेट टीम को 14 सितंबर को एशिया कप टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की अनुमति कैसे दे सकती है, जबकि पहलगाम हमले के बाद सरकार ने कहा था कि 'पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।' ओवैसी ने कहा कि उनकी अपनी अंतरात्मा उन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले उस क्रिकेट मैच को देखने की अनुमति नहीं देगी।

ओवैसी ने कहा कि आप किस सूरत से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलेंगे? हम उन्हें पानी भी नहीं दे रहे, हमने पाकिस्तान का 80 प्रतिशत पानी रोक दिया है। मेरा जमीर तो गंवारा नहीं करता कि मैं उस मैच को देखूंगा।

लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए ओवैसी ने कहा कि जब भारतीय हवाई क्षेत्र पाकिस्तान के विमानों के लिए बंद है, उनकी नावें भारत में प्रवेश नहीं कर सकतीं, व्यापार ठप है, तो भारत किस मुँह से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलेगा?

उन्होंने कहा, 'क्या इस सरकार में इतनी हिम्मत है कि वह (पहलगाम हमले में) मारे गए लोगों (उनके परिवारों) को फोन करके कहे कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में बदला ले लिया है और अब आप पाकिस्तान का क्रिकेट मैच देख रहे हैं? यह अफसोसजनक है।'

सरकार जवाबदेही तय करे, कार्रवाई करे: ओवैसी

ओवैसी ने सरकार से यह भी पूछा कि वह बताए कि इस आतंकी हमले के लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, 'अगर जवाबदेही एलजी (उपराज्यपाल) पर है, तो एलजी को बर्खास्त कर दीजिए। अगर जवाबदेही आईबी या पुलिस पर है, तो कार्रवाई कीजिए... जवाबदेही तय करनी होगी।'

ओवैसी ने सरकार से आग्रह किया कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति को राजनीति का मुद्दा न बनाए और देश की एकता को वोट बटोरने का माध्यम न बनाए। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और अन्य ताकतों, जिनका उद्देश्य भारत को कमजोर करना है, को हराने के लिए देश में एकता और सौहार्द बनाए रखना होगा।