500 करोड़ का घोटाला! क्या है Hibox ऐप स्कैम जिसने 30 हजार लोगों को लगा दिया चूना?

Hibox नाम के ऐप के जरिए निवेश कर अच्छा-खासा रिटर्न पाने का लालच दिया गया था। कई बड़े यूट्यूबर्स ने इसका प्रचार भी किया। 30 हजार से ज्यादा लोगों ने इसके जरिए निवेश भी किए।

एडिट
500 करोड़ का घोटाला! क्या है Hibox ऐप स्कैम जिसने 30 हजार लोगों को लगा दिया चूना?

प्रतीकात्मक तस्वीर (AI image)

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने ऐप आधारित एक बड़े स्कैम का भंडाफोड़ किया है। मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ने कॉमेडियन और टीवी हस्ती भारती सिंह, यूट्यूबर एल्विश यादव के अलावा तीन और बड़े सोशल मीडिया इन्फ्लूएंशर्स को समन भेजा है। आरोप है कि इस ऐप आधारित स्कैम के जरिए 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है और करीब 30 हजार लोग ठगे गए हैं। इस ठगी को Hibox नाम के ऐप के जरिए अंजाम दिया गया। लोगों को इसके जरिए निवेश कर मोटा रिटर्न कमाने का लालच दिया गया था।

'Hibox' मोबाइल एप्लिकेशन के प्रचार का आरोप

पुलिस को शिकायत मिली थी कि कई सोशल मीडिया इन्फ्लूएंशर्स और यूट्यूबर्स ने 'HIBOX' मोबाइल एप्लिकेशन का प्रचार करते हुए लोगों को इसके जरिए निवेश के लिए लुभाया था। लोगों को प्रचार में शर्तियां रिटर्न जैसे झांसे दिए गए।

दिल्ली पुलिस के एक प्रवक्ता के अनुसार ऐप के खिलाफ 500 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि उन्हें लोकप्रिय ऑनलाइन हस्तियों द्वारा निवेश करने का लालच दिया गया था, जिन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसका प्रचार किया था। इस ऐप के जरिए करीब 30 हजार से अधिक लोगों ने निवेश भी किया था।

शुरू में अच्छा रिटर्न फिर पेमेंट बंद

पुलिस के अनुसार 'HIBOX' ऐप को 2024 में लॉन्च किया गया था और सोशल मीडिया के जरिए ही इसका प्रचार हुआ। शिकायत के अनुसार सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान, एल्विश यादव, भारती सिंह, हर्ष लिंबाचिया, लक्ष्य चौधरी जैसे सोशल मीडिया इन्फ्लूएंशर्स और यूट्यूबर्स के जरिए इसका प्रचार कराया गया। ऐप के शुरू होने के बाद शुरुआती करीब पांच महीनों में निवेशकों को अच्छा खासा रिटर्न भी मिला। हालांकि, जुलाई से ऐप ने तकनीकी गड़बड़ियों, कानूनी मसलों सहित जीएसटी आदि मुद्दों का हवाला देते हुए पेमेंट टालना शुरू कर दिया। इस ऑफिस भी नोएडा में था जो अचानक बंद हो गया।

घोटाले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया है कि घोटाले का मुख्य आरोपी चेन्नई निवासी शिवराम नाम का शख्स है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब कई लोग जुलाई के बाद सामने आने लगे और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। दिल्ली में कई अलग-अलग इलाकों से शिकायतें आई हैं।

यह भी पढ़ें
Here are a few more articles:
Read the Next Article