नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा विकसित ‘भारतपोल पोर्टल’ (BHARATPOL) का शुभारंभ करेंगे। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा विकसित इस ‘भारतपोल पोर्टल’ का उद्देश्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को साइबर और वित्तीय अपराधों में अंतरराष्ट्रीय पुलिस की सहायता करना है, जो वास्तविक समय में सूचनाओं का आदान-प्रदान करेगा।
भारतपोल क्यों बनाया गया…कैसे करेगा काम?
अधिकारियों ने बताया है कि सीबीआई ने अत्याधुनिक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म डिजाइन किया है। इससे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां विदेश में छिपे भगोड़ों या अन्य मामलों के बारे में जानकारी सीधे इंटरपोल से मांग सकेंगी। इससे पहले की व्यवस्था के तहत इन एजेंसियों को पहले सीबीआई से संपर्क करना पड़ता था। इसके बाद सीबीआई इंटरपोल से मदद मांगती थी। यह पूरी प्रक्रिया काफी लंबी और जटिल हो जाती है। अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाने में समय भी काफी लग जाता है।
गृह मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि हाल के वर्षों में साइबर अपराध, वित्तीय अपराध, ऑनलाइन कट्टरपंथ, संगठित अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी आदि सहित अंतर्राष्ट्रीय अपराधों के बढ़ते प्रभाव के कारण मामलों की जांच में तेजी लाने की आवश्यकता महसूस की गई है।
भारतपोल पोर्टल की मदद से राज्य पुलिस और दूसरी जांच एजेंसियां इंटरपोल के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय सहायता ले सकेंगी। इसमें रेड कॉर्नर नोटिस और अन्य रंग-कोडित इंटरपोल नोटिस जारी करना शामिल है। कुल मिलाकर सभी एजेंसिया एक मंच से सहायता ले सकेंगी।
दरअसल, इंटरपोल हर सदस्य देश में अपने नेशनल सेंट्रल ब्यूरो के माध्यम से काम करता है। भारत में इंटरपोल के लिए नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (NCB-New Delhi) के रूप में सीबीआई कानून प्रवर्तन एजेंसियों सहित देशभर की विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर आपराधिक मामलों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में मदद करती है।
केंद्र, राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के स्तर पर यह समन्वय इंटरपोल लायजन ऑफिसर्स (INTERPOL Liaison Officers/ILOs) के माध्यम से किया जाता है। ये अपने-अपने संगठनों में पुलिस अधीक्षकों, पुलिस आयुक्तों और शाखा प्रमुखों के स्तर पर Unit Officers (UOs) से जुड़े होते हैं। वर्तमान में, CBI, ILOs, और UOs के बीच संचार मुख्य रूप से पत्रों, ईमेल और फैक्स पर निर्भर रहता है। जाहिर तौर पर इस पूरी प्रक्रिया में लंबा समय लग जाता है।
भारतपोल पोर्टल की पहल ऐतिहासक: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को अपने एक्स अकाउंट पर ‘भारतपोल पोर्टल’ को लेकर एक पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा, “मंगलवार एक ऐतिहासिक दिन होने जा रहा है, क्योंकि सीबीआई द्वारा विकसित ‘भारतपोल पोर्टल’ को लॉन्च किया जाएगा। यह हमारी जांच एजेंसियों को उनकी वैश्विक पहुंच बढ़ाकर एक नई धार देगा, जिससे मोदी सरकार के सभी के लिए एक सुरक्षित भारत बनाने के सपने को पूरा किया जा सकेगा। मैं कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।”
Tomorrow is going to be a landmark day, as the BHARATPOL portal, developed by the CBI, will be launched. It will give a new edge to our investigation agencies by enhancing their global reach to fulfil the Modi govt’s vision to build a secure Bharat for all.
Looking forward to…
— Amit Shah (@AmitShah) January 6, 2025
मंत्रालय ने बयान में कहा कि वर्तमान में सीबीआई, आईएलओ और यूओ के बीच संचार मुख्य रूप से पत्रों, ईमेल और फैक्स पर निर्भर करता है।
बयान में आगे कहा गया है कि भारतपोल पोर्टल क्षेत्र-स्तरीय पुलिस अधिकारियों के लिए एक परिवर्तनकारी उपकरण बन जाएगा, जो अपराधों और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में उनकी दक्षता को बढ़ाएगा। अंतरराष्ट्रीय सहायता तक आसान और तेज पहुंच की सुविधा प्रदान करके यह अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने में भारत के प्रयासों को मजबूत करेगा।
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)