वाशिंगटनः पीएम मोदी फ्रांस के दौरे के बाद यूएस पहुंच गए हैं। यहां वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी चौथे विदेशी नेता हैं जो ट्रंप की वापसी के बाद उनसे मिलेंगे।
इससे पहले पीएम मोदी ने फ्रांस में अमेरिकी उपराष्ट्रपति से जेडी वेंस से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच फ्रांस में आयोजित एआई एक्शन समिट के दौरान मुलाकात हुई थी। ट्रंप की मुलाकात से पहले व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया कि पेरिस में मोदी और वेंस ने आपसी हितों पर चर्चा की थी।
मोदी से पहले इन नेताओं ने की मुलाकात
पीएम मोदी से पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जापान के पीएम शिगेरू इशिबा और जॉर्डन के किंग ट्रंप की वापसी के बाद व्हाइट हाउस का दौरा कर चुके हैं।
ट्रंप अपने फैसलों से सभी को चौंकाते रहे हैं। बीते दिनों अमेरिका ने सैन्य विमान सी-17 से अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस भेजा है। वापस भेजे गए 104 लोग शामिल थे। इसके अलावा अभी और भी अवैध प्रवासी वापस भेजे जा सकते हैं।
ऐसे में दोनों नेताओं के बीच इस मुद्दे को उठाए जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही टैरिफ को लेकर भी कुछ बातचीत संभव है। मोदी के रवाना होने से पहले भारत ने अमेरिका की मोटरसाइकिल हार्ले डेविडसन पर टैरिफ घटाने का ऐलान किया है।
चीन को बताया था रणनीतिक खतरा
ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान चीन को रणनीतिक खतरा बनाया था और क्वाड को पुनर्जीवित भी किया था। क्वाड चार देशों का एक समूह है, जिसमें भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं।
ट्रंप पहले भी भारत को टैरिफ किंग कह चुके हैं। व्हाइट हाउस में वापसी के बाद ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था। हालांकि कनाडा और मैक्सिको पर लगाया गया टैरिफ कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया। वहीं चीन ने टैरिफ के जवाब में अमेरिका पर 15 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया था।
ऐसे में भारत अमेरिका की इस बातचीत में टैरिफ को लेकर भी बातचीत संभव है। वहीं, भारत इस बातचीत में यह भी बताने का प्रयास करेगा भारत टैरिफ किंग नहीं है बल्कि वह अमेरिका के लिए एक बड़ा बाजार भी है।