नई दिल्ली: बांग्लादेश के हालात को लेकर केंद्र सरकार ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया है। संसद भवन परिसर में बुलाई गई बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी है।
बांग्लादेश के हालात को लेकर विदेश मंत्री लोकसभा में भी इस मुद्दे पर बयान देने वाले हैं। वे मंगलवार दोपहर बाद 3:30 बजे लोकसभा में और राज्यसभा में 2.30 बजे बांग्लादेश के हालात पर बयान देंगे।
बैठक में विदेश मंत्री ने भारत में मौजूद शेख हसीना के मौजूदा स्टैंड के बारे में बोला है। पड़ोसी देश में अब तक कितने भारतीय मौजूद हैं और भारत सरकार क्या कर रही है और उसकी आगे की क्या रणनीति है, इस पर भी उन्होंने जानकारी साझा की है। बैठक में शामिल अन्य राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार के कदम पर अपनी सहमति जताई है।
सोमवार को बांग्लादेश के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना भारत आ गईं थी। उनके भारत आने पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने उनसे मुलाकात भी किया था।
बांग्लादेश में बिगड़ते हालात पर सोमवार को पीएम मोदी ने अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक भी बलाई थी जिसमें वहां के ताजा हालात और भारत की आगे क्या रणनीति होगी, इस पर चर्चा की गई थी।
बैठक में विदेश मंत्री ने क्या कहा है
बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश के हालात की जानकारी देते हुए यह आश्वासन भी दिया कि पड़ोसी देश पर सरकार की पैनी नजर बनी हुई है।
विदेश मंत्री ने कहा है कि भारत इस मुद्दे पर वेट एंड वाच की रणनीति बनाए हुए हैं। उन्होंने बांग्लादेश के हालात को लेकर भारत पर पड़ने वाले सभी संभावित प्रभावों पर भी बात किया है और इसकी भी जानकारी दी है कि इस मामले में अगर बाहर से कोई हस्तक्षेप होता है तो इसे लेकर भारत की क्या रणनीति होगी।
यही नहीं बैठक में बांग्लादेश में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी जानकारी दी गई है। मीटिंग में शामिल सभी राजनीतिक दलों ने इस मसले पर सरकार के साथ खड़े होने का भरोसा दिया है।
20 हजार भारतीयों में से आठ हजार आ गए हैं भारत
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह जानकारी भी दी कि बांग्लादेश में 20 हजार भारतीय थे, जिसमें से ज्यादातर छात्र थे। सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद उसमें से आठ हजार छात्र भारत लौट आए हैं।
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार बांग्लादेश की सेना के संपर्क में है। वहां स्थिति लगातार बदल रही है और आगे जैसे-जैसे बदलाव होगा, सरकार इसके बारे में फिर से जानकारी देगी।
शेख हसीना के स्टैंड पर जयशंकर ने क्या कहा
शेख हसीना के बारे में बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा है कि उनका आगे का क्या स्टैंड होगा, इसके लिए उन्हें थोड़ा समय देना चाहिए और उन्हें स्वयं ही इस बात का यह फैसला करना है कि वह आगे कहां जाना चाहती हैं।
राहुल गांधी के सवाल पर क्या बोले जयशंकर
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने बैठक में बांग्लादेश के राजनीतिक घटनाक्रम में बाहरी हाथ के बारे में सवाल पूछा जिसके जवाब में बताया गया कि अभी इस बारे में बात करना जल्दबाजी है।
सूत्रों ने बताया है कि इस पर बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार के पास केवल यह जानकारी है कि पाकिस्तान के एक राजनयिक ने सोशल मीडिया पर इस आंदोलन की तस्वीर वाली डीपी लगाई है जो विद्रोह के प्रति उनके समर्थन को दर्शाती है।
बैठक में कौन-कौन लिया है हिस्सा
इस सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और जेपी नड्डा मौजूद रहे।
वहीं अन्य राजनीतिक दलों की बात करें तो लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, डीएमके से टी आर बालू, सपा से रामगोपाल यादव, टीएमसी से सुदीप बंदोपाध्याय, बीजेडी से सस्मित पात्रा सहित लोकसभा और राज्यसभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स बैठक में शामिल हुए।
सोमवार को पीएम मोदी ने बुलाई थी बैठक
आपको बता दें कि बांग्लादेश के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने आधिकारिक आवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की उच्चस्तरीय महत्वपूर्ण बैठक भी की थी।
इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को बांग्लादेश के पूरे हालात की जानकारी दी गई थी। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा कई अन्य उच्च अधिकारी शामिल हुए थे।
बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री मोदी को भारत आईं शेख हसीना के साथ अपनी बैठक, बांग्लादेश के ताजा राजनीतिक हालात और वहां पर जारी हिंसा की स्थिति से जुड़े तथ्यों से अवगत कराया था।
कैसे बिगड़े बांग्लादेश में हालात
पिछले कई दिनों से बांग्लादेश में कोटा विरोधी प्रदर्शन के चलते भारी हिंसा हो रही है। देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है जबकि घायलों की संख्या हजारों में हैं।
हिंसा की घटनाओं को देख पिछले हफ्ते शेख हसीना की सरकार ने दक्षिणपंथी कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी पार्टी को बैन कर दिया था। इस पर कोटा विरोधी आंदोलन को हाईजैक करने का आरोप है।
यही नहीं इस पर पाकिस्तानी सेना की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से मिलने होने का भी संदेह है। इस बैन के बाद भी हिंसा नहीं रूक पाई थी और दिन पर दिन यहां पर हालात और खराब होते रहे।
अन्य देश में शरण लेने तक शेख हसीना रहेंगी भारत
जब हालात बेकाबू हो गए तो सोमवार को शेख हसीना ने अपने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। सरकार गिरने के बाद शेख हसीना ने भारत आने की इच्छा जताई थी जिसके बाद भारत द्वारा उन्हें अंतरिम प्रवास की इजाजत दे दी गई थी।
इजाजत मिलने के बाद शेख हसीना अपनी बहन के साथ भारत चली आईं थी। पड़ोसी देश में तखता पलट होने के बाद बांग्लादेश सेना ने कमान संभाल लिया है। शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं और वे ब्रिटेन में शरण लेना चाहती हैं। जब तक उन्हें ब्रिटेन में शरण नहीं मिल जाता है, वे भारत में ही रहेंगी।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ