अमृतसरः अमेरिकी सैन्य विमान भारत के अवैध प्रवासियों को लेकर बीती रात अमृतसर पहुंचा। इससे पहले पांच फरवरी को कुछ प्रवासी भारत वापस आए थे। इस विमान में कुल 117 यात्री थे। वापस आने वाले प्रवासियों ने दावा किया कि यात्रा के दौरान उनके हाथों में हथकड़ियां और पैरों में जंजीरें थीं। 

अमेरिका का सी-17 सैन्य विमान रात करीब साढ़े 11 बजे अमृतसर पहुंचा। 16 फरवरी यानी रविवार को भी एक और विमान के भारत आने की उम्मीद है जिसमें 100 प्रवासी होंगे। इसमें से अधिकतर प्रवासी हरियाणा राज्य के होंगे। 

यात्रियों ने क्या बताया?

बीती रात आए विमान में यात्री रहे दलजीत सिंह ने अमृतसर पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बात की। इसमें उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, दलजीत सिंह ने कहा कि "हमारे पैरों में जंजीरें थीं और हाथ भी बंधे हुए थे।"

पीटीआई के अनुसार, सौरव नाम के एक अन्य यात्री ने बताया कि "हमारे हाथों में हथकड़ियां थीं और पैरों में जंजीरें थीं।" 20 वर्षीय सौरव ने आगे कहा कि "हमें एक दिन पहले बताया गया था कि हमें दूसरे कैंप में शिफ्ट किया जाएगा। जब हमें जहाज में लाया गया तो उन्होंने बताया कि हम वापस भारत जा रहे हैं।"

वापस आए इन यात्रियों में से दो यात्रियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन लोगों पर एक मर्डर केस से संबंध होने का आरोप है। इन लोगों के खिलाफ साल 2023 में राजपुरा में केस दर्ज किया गया था। संदीप सिंह और प्रदीप दोनों ही इस मामले में वांछित थे। 

हथकड़ी और जंजीर को लेकर गर्माया मुद्दा 

इससे पहले बीती पांच फरवरी को आए प्रवासियों ने भी हाथ बंधे होने और पैरों में जंजीरों की बात की थी। इस फ्लाइट में 104 लोग वापस आए थे। प्रवासियों के हाथ और पैर बंधे होने के बाद देशभर में आक्रोश देखा गया।

विपक्ष ने पीएम मोदी से इस मुद्दे को अमेरिका के सामने उठाने की मांग की थी। इस आक्रोश के बाद भारत ने अमेरिका को इस विषय के बारे में अवगत कराया। 

शनिवार को कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा था कि अमेरिका से निर्वासितों को लेकर आने वाली दूसरी फ्लाइट भारतीय कूटनीति के एक 'टेस्ट (परीक्षा)' होगी।