नई दिल्लीः भारत के पूर्व मुख्य आयुक्त शाहबुद्दीन याकूब कुरैशी (SY Quraishi) ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के उस बयान का जवाब दिया है। गौरतलब है कि बीते रविवार को निशिकांत दुबे ने पूर्व चुनाव आयुक्त को "मुस्लिम आयुक्त" करार दिया था। अब कुरैशी ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि वह भारत के ऐसे विचार में विश्वास करते हैं जहां एक व्यक्ति को उसके योगदान से परिभाषित किया जाता है।
इसके साथ ही कुरैशी ने जोर देते हुए कहा "कुछ लोगों के लिए धार्मिक पहचान उनकी घृणास्पद राजनीति को आगे बढ़ाने का मुख्य साधन है।" उन्होंने आगे कहा कि भारत हमेशा अपने संवैधानिक संस्थानों और सिद्धांतों के लिए खड़ा रहा है और लड़ता रहेगा।
कुरैशी ने क्या कहा?
कुरैशी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से इस बारे में बात करते हुए कहा "मैंने चुनाव आयुक्त के संवैधानिक पद पर अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के साथ काम किया है और आईएएस के रूप में मेरा लंबा और संतुष्टिदायक करियर रहा है। मैं ऐसे भारत के विचार में विश्वास करता हूं जहां किसी व्यक्ति को उसकी धार्मिक पहचान से नहीं बल्कि उसकी प्रतिभा और योगदान से परिभाषित किया जाता है।"
उन्होंने आगे कहा "लेकिन मेरा अनुमान है कि कुछ लोगों के लिए धार्मिक पहचान उनकी घृणास्पद राजनीति को आगे बढ़ाने का मुख्य साधन है। भारत हमेशा अपने संवैधानिक संस्थानों और सिद्धांतों के लिए खड़ा रहा है और लड़ता रहेगा।"
निशिकांत ने क्या कहा था?
बीते रविवार गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत ने कुरैशी पर हमला बोलते हुए उन्हें चुनाव आयुक्त की बजाय "मुस्लिम कमिश्नर" करार दिया था।
वहीं, वक्फ संशोधन अधिनियम के बारे में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि यह कानून "मुस्लिम जमीन हड़पने के लिए सरकार की एक भयावह और बुरी योजना है।"
कुरैशी ने इस संबंध में सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया था इसमें उन्होंने कहा था "वक्फ अधिनियम निसंदेह मुस्लिम भूमि हड़पने के लिए सरकार की एक भयावह योजना है। मुझे यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट इस पर सवाल उठाएगी। शरारती प्रचार मशीन द्वारा गलत सूचना ने अपना काम बखूबी किया है। "
Wakf Act is undoubtedly a blatantly sinister / evil plan of the govt to grab Muslim lands. I’m sure SC will call it out. Misinformation by the mischievous propaganda machine has done its job well.
— Dr. S.Y. Quraishi (@DrSYQuraishi) April 17, 2025
इसके जवाब में दुबे ने कुरैशी पर उनके मुख्य चुनाव आयुक्त रहते सांप्रदायिक पक्षपात करने का आरोप लगाया। सांसद ने कहा "आप एक चुनाव आयुक्त नहीं थे बल्कि मुस्लिम कमिश्नर थे। आपके कार्यकाल के दौरान झारखंड के संथाल परगना में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता बनाया गया था।"
गौरतलब है कि कुरैशी ने जुलाई 2010 से जून 2012 तक बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाला था।
दुबे ने आगे कहा था "पैगंबर मोहम्मद का इस्लाम भारत में 712 ई. में आया। उन्होंने बताया कि यह भूमि इससे पहले हिंदुओं या आदिवासियों, जैन या बौद्धों की थी।"
दुबे का यह बयान सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई को लेकर की गई टिप्पणी पर हुए विवाद के बाद आया है। निशिकांत दुबे ने सीजेआई संजीव खन्ना को भारत में हो रहे 'गृहयुद्ध का जिम्मेदार' बताया था।