कोलकाता: लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर मतदान जारी है। इस बीच सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने एक फोटो शेयर किया है और आरोप लगाया है कि ईवीएम पर भाजपा का टैग लगा हुआ है।

तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि बांकुरा में रघुनाथपुर में पांच ऐसे ईवीएम पाए गए हैं जिस पर बीजेपी का टैग लगा हुआ है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि यहां पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई है। ऐसे में पार्टी ने चुनाव आयोग से इस पर तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई करने का आग्रह भी किया है।

तृणमूल कांग्रेस के आरोपों पर चुनाव आयोग की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। आयोग ने ईवीएम पर लगे टैग को उचित करार दिया है। लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा और जम्मू एवं कश्मीर सहित देश के 8 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों पर शनिवार को मतदान जारी है।

दोपहर 1 बजे तक इन सभी लोकसभा सीटों पर 39.13 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं।

टीएमसी ने क्या दावा किया है

लोकसभा चुनाव के बीच ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी ने एक्स पर दो फोटो शेयर किया है जिसमें दावा किया गया है कि ईवीएम पर लगे पेपर टैग पर भाजपा लिखा हुआ है।

पार्टी ने एक्स पर लिखा है "ममता बनर्जी ने बार-बार इसका जिक्र किया है कि बीजेपी ईवीएम में छेड़छाड़ करके वोटों में हेराफेरी करने की कोशिश कर रही थी। आज बांकुरा के रघुनाथपुर में 5 ईवीएम मशीन पर भाजपा का टैग लगा हुआ मिला।" इस पोस्ट में चुनाव आयोग को भी टैग किया गया है।

चुनाव आयोग ने क्या कहा है

आरोपों पर जवाब देते हुए चुनाव अयोग ने एक्स पर लिखा है कि यह एक आम पता है जो इस टैग पर लगा हुआ है। आयोग ने आगे कहा है कि कमीशनिंग के दौरान वहां मौजूद प्रत्याशी या फिर एजेंट एक साइन करता है। उसी साइन का यह टैग है।

चूंकि उस दौरान कमीशनिंग हॉल में केवल भाजपा उम्मीदवार के प्रतिनिधि ही मौजूद थे। ऐसे में केवल उनका ही साइन लिया गया जो टैग पर दिख रहा है।

आयोग ने यह भी बताया कि पोलिंग स्टेशन नंबर 56,58, 60, 61,62 में सभी एजेंट मौजूद थे, ऐसे में सभी के साइन लिए गए थे। पोस्ट में आयोग ने कहा है कि कमीशनिंग के दौरान सभी ईसीआई मानदंडों का सही से पालन किया जाता है।

सभी मशीनों की कमीशनिंग सीसीटीवी फुटेज की निगरानी में की जाती है। यही नहीं इस पूरी प्रक्रिया की अलग से वीडियोग्राफी भी होती है।

यहां हुआ पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक मतदान

पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के अनुसार, सबसे अधिक मतदान प्रतिशत तमलुक में 19.07 प्रतिशत रहा। इसके बाद बिष्णुपुर में 18.56, घटल में 18.27, बांकुरा में 17.69, झारग्राम में 16.22, कांथी में 15.45, मेदिनीपुर में 14.58 और पुरुलिया में सबसे कम 12.38 प्रतिशत मतदान हुआ।

हिंसा में दो लोगों की हुई मौत

पश्चिम बंगाल में मतदान के पहले दो घंटों में हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है। मुख्य रूप से पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर जिलों से चुनाव संबंधी तनाव की खबरें सामने आई हैं। झाड़ग्राम में लालगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत बेलातिकरी इलाके में एक युवक का शव बरामद होने के बाद तनाव बढ़ गया। मृतक के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं।

मृतक की पहचान उत्तम महतो के रूप में हुई है। स्थानीय पुलिस ने दावा किया है कि इस घटना का राजनीति या चुनावी हिंसा से कोई संबंध नहीं है। शनिवार सुबह से अब तक यह दूसरी मौत है।

इससे पहले तमलुक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले महिषादल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। इसमें स्थानीय स्तर के तृणमूल कांग्रेस नेता शेख माइबुल की कथित तौर पर मौत हो गई।

सीईओ कार्यालय को भी मिली है कई शिकायतें

सीईओ कार्यालय को पहले दो घंटों में कुल 364 शिकायतें प्राप्त हुईं। जिनमें 69 शिकायतें विभिन्न राजनीतिक दलों ने की, जबकि शेष आम लोगों ने की। सीईओ को सबसे ज्यादा शिकायतें माकपा की ओर से मिली हैं, जबकि भाजपा से 30 शिकायतें प्राप्त हुई हैं।

तनाव की भी खबरें आई हैं सामने

पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सबंग से भी तनाव की खबरें सामने आईं हैं। यहां टीएमसी कार्यकर्ताओं के कथित तौर पर हमले में भाजपा का एक पोलिंग एजेंट घायल हो गया। उसके सिर में चोट लगी है, जिस कारण उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि तमलुक लोकसभा के अंतर्गत नंदीग्राम में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक फुटब्रिज को नष्ट कर दिया है, ताकि स्थानीय लोग वोट डालने के लिए मतदान केंद्र तक न पहुंच सकें। सत्तारूढ़ टीएमसी नेतृत्व ने दावा किया है कि वे भारतीय निर्वाचन आयोग से संपर्क करके घटनाक्रम की जानकारी देंगे।

पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीटों पर हो रहा मतदान

बता दें कि पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीटों पर बड़े-बड़े नेताओं के बीच लड़ाई है। पश्चिम बंगाल की इन आठ सीटों पर फैशन-डिजाइनर से नेता बनी अग्निमित्रा पॉल, कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय और तृणमूल के सोशल मीडिया सेल के प्रमुख देबांगशु भट्टाचार्य जैसे कुछ बड़े और प्रमुख उम्मीदवार हैं जिनकी बीच लड़ाई है।

2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले भाजपा यहां और अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है जब टीएमसी अपनी खोई हुई सीटों को वापस लेने पर लड़ाई लड़ रही है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ