कोलकाताः पश्चिम बंगाल के कालीगंज में उपचुनाव की गिनती के दौरान एक बम विस्फोट हो गया जिसमें 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बम विस्फोट पश्चिमी नादिया जिले के बारोचंदगर गांव में हुआ। 

बम विस्फोट की घटना में कक्षा चार की छात्रा तमन्ना खातून की भी मौत हो गई जो बम विस्फोट के दौरान घायल हो गई थी। इस घटना के बाद सीएम ममता बनर्जी ने घटना पर दुख व्यक्त किया है। सीएम ममता ने एक बयान जारी कर कहा "मैं बारोचंदगर में हुए विस्फोट में एक बच्ची की मौत से स्तब्ध और बहुत दुखी हूं।" ममता ने आगे कहा कि दुख की घड़ी में मेरी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं परिवार के साथ हैं।

उन्होंने आगे कहा कि पुलिस दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगी। 

भाजपा ने टीएमसी पर उठाए सवाल

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना को ममता सरकार को घेरा है। मतगणना के दौरान हुई घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। घटना के संबंध में भाजपा आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा "टीएमसी का जश्न उसके हाथों खून से खत्म हुआ। फिर से"

मालवीय ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के विजय जुलूस के दौरान बम फेंके गए और इस दौरान मची अफरातफरी में बच्ची की जान चली गई। मालवीय ने आगे लिखा "एक बच्ची। मार दी गई। जब टीएमसी अपनी 'जीत' की धुन पर नाच रही थी।" 

मालवीय ने आगे लिखा "टीएमसी राजनैतिक पार्टी नहीं है। यह गिद्धों का गिरोह है। वे बिना खून बहाए उपचुनाव भी नहीं जीत सकते। क्या ममता बनर्जी के शासन में जीत की यही कीमत है?"

गौरतलब है कि कालीगंज उपचुनाव में टीएमसी की उम्मीदवार अलीफा अहमद ने भारी जीत दर्ज की है। वह टीएमसी के दिवंगत विधायक नसीरुद्दीन अहमद की बेटी हैं। नसीरुद्दीन की इसी साल फरवरी में मृत्यु हो गई थी जिसके बाद यह सीट खाली हो गई थी। उपचुनाव में अलीफा को 1,02,759 वोट मिले हैं। वहीं, उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के उम्मीदवार आशीष घोष को 52,710 वोट मिले हैं। 

इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कबील उद्दीन शेख को 28,348 वोट मिले हैं।