नई दिल्लीः तपती गर्मी और उमस से राहत मिलने की संभावना दिखाई दे रही है क्योंकि इस साल मानसून ने लगभग एक हफ्ते पहले दस्तक दी है। केरल में मानसून 24 मई को आया और इसके साथ ही यह उत्तर भारत की ओर बढ़ेगा जिससे गर्मी से राहत मिलेगी। 

आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि मानसून एक जून के आसपास आता है लेकिन इस बार यह लगभग एक हफ्ते पहले आ गया है। मानसून ने पिछले 16 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले साल 2009 में मानसून 23 मई को केरल के तट पर पहुंचा था। 

दक्षिण भारत में मानसून की दस्तक

केरल में मानसून पहुंचने के बाद कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में बारिश शुरू हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, रविवार को मानसून, कर्नाटक, गोवा, अरब सागर के साथ-साथ महाराष्ट्र के कुछ जिलों में भी पहुंच चुका है। इसके अलावा पूर्वोत्तर के राज्यों में भी मानसून की आहट है। मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो रही है। 

ऐसे में लोगों को अब तेज गर्मी से राहत मिल रही है। 24 और 25 मई की दरम्यानी रात दिल्ली-एनसीआर में भी तेज बारिश हुई है। इससे कई जगह जलभराव की समस्या हुई है।

इसके साथ ही इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर भी बारिश की वजह से हल्का नुकसान हुआ है। तेज बारिश और हवाओं के चलते करीब 200 फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं। दिल्ली-एनसीआर में बारिश की वजह से तापमान सामान्य से नीचे है जिससे मौसम सुहाना है। 

एक जून तक आता है मानसून

अक्सर भारत में मानसून एक जून के आसपास ही आता है और जुलाई के पहले हफ्ते तक पूरे देश को कवर करता है। यह मानसून भारत में अक्टूबर के करीब तक रहता है और फिर चला जाता है। वहीं मुंबई में मानसून 7-8 जून के करीब पहुंचता है। हालांकि, इस बार जल्दी ही पहुंचने की संभावना है। उत्तर भारत के जिलों लखनऊ, पटना में मानसून जुलाई के पहले हफ्ते तक पहुंचता है। 

वहीं कई दक्षिण भारत की कई जगहों पर प्री मानसून बारिश शुरू हो गई है।