'एग्रो टेररिज्म' हाल के दिनों में चर्चा में है। खासकर अमेरिका में चीन के दो नागरिकों को जहरीले फंगस की कथित तस्करी के आरोप में पिछले हफ्ते पकड़ा गया था। इसके बाद से यह विषय और चर्चा में आ गया है। अमेरिका ने इन दो गिरफ्तारियों के बाद रविवार को एक और महिला चीनी वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया। उस पर भी 'जैविक सामग्री' के तस्करी के आरोप हैं। एक हफ्ते में हुई इन दो घटनाओं ने एग्री टेररिज्म को लेकर चिंता बढ़ा दी है। साइबर अटैक, जैविक हमले, राज्य समर्थित आतंकवाद जैसी बातें सामने आती रही हैं। इन चुनौतियों के बीच एग्रो टेररिज्म एक नई चुनौती के रूप में दुनिया में सामने आया है।
बात अमेरिका से शुरू हुई है लेकिन खतरा जाहिर है आने वाले दिनों में दुनिया के अन्य हिस्सों में भी दिख सकता है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। खासकर चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश होने की वजह से भारत को पहले से ही सावधान रहना पड़ता है। ऐसे में इस वीडियो में समझिए कि एग्रो टेररिज्म आखिर क्या है? भारत पर इस तरह का कोई संकट आता है क्या हम तैयार हैं? इस वीडियो में आप एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकील विजय सरदान से तमाम पहलुओं पर जानकारी हासिल करेंगे।