नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में रविवार रात को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने छापा मारते हुए 1,500 करोड़ रुपये के कथित धन शोधन मामले में हरियाणा के पूर्व कांग्रेस विधायक धरम सिंह छोकर को गिरफ्तार कर लिया। 

ईडी की ओर से मंगलवार को जारी किए गए एक वीडियो में अधिकारियों को छोकर को पकड़ते देखा जा सकता है। इसमें नजर आता है कि पीछे से एक अधिकारी छोकर को पकड़ने की कोशिश करता है और इस दौरान पूर्व कांग्रेस विधायक भागने की कोशिश में जमीन पर गिरते हैं। इसके बाद अधिकारी उनके कॉलर पकड़ कर उठाता है और इस बीच दूसरे अधिकारी भी पहुंचते हैं।

यह पूरी घटना दिल्ली के शांगरिला होटल की है। ईडी ने एक बयान में कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर उसे पूर्व विधायक के अपने अंगरक्षक और एक दोस्त के साथ उस स्थान पर होने का पता चला था।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाने वाले छोकर के खिलाफ मामला गुड़गांव में उनकी रियल एस्टेट कंपनियों द्वारा फ्लैटों, घरों और भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितताओं से संबंधित है।

छोकर ने की थी भागने की कोशिश: ईडी

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार ईडी ने बताया कि खुफिया जानकारी मिलने के तुरंत बाद संयुक्त निदेशक (गुरुग्राम जोन) नवनीत अग्रवाल सहित ईडी के अन्य अधिकारी दिल्ली स्थित होटल पहुंचे। गिरफ्तारी के खतरे को भांपते हुए छोकर और उनके बॉडीगार्ड ने होटल से बाहर निकलने के लिए दौड़ना शुरू कर दिया, जिसके बाद अग्रवाल और उनकी टीम ने उन्हें पकड़कर जमीन पर गिरा दिया।

ईडी के अनुसार खींचतान के दौरान पूर्व विधायक ने अधिकारियों और होटल के कर्मचारियों को मारने और चोट पहुँचाने की कोशिश की। ईडी ने वीडियो के साथ एक बयान में कहा, 'छोकर ने आईओ की निजी हिरासत से भागने की कोशिश की और बाद में दूसरों को चोट पहुँचाते हुए कई बार कार से भी भागने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सके।'

धरम सिंह छोकर के खिलाफ क्या है मामला?

पूर्व विधायक और उनकी रियल स्टेट फर्म ने कथित तौर पर निवेशकों से 616 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हासिल लेकिन फ्लैट, भूमि आदि देने में विफल रहीं। मार्च में ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक प्रोविजनल ऑर्डर जारी किया था। ईडी ने दिल्ली, फरीदाबाद और पानीपत में लगभग तीन एकड़ कृषि भूमि, साथ ही 2,487 वर्ग मीटर कमर्शियल प्लॉट और आठ आवासीय फ्लैट भी जब्त किए थे। 

कुछ और संदिग्ध लेन-देन की जानकारी ईडी के पास है। कुल मिलाकर यह 1500 करोड़ का घोटाला है। ईडी ने मार्च में छोकर, उनके बेटों विकास और सिकंदर और उनकी कंपनी साईं आइना फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी 44.55 करोड़ रुपये की संपत्ति की नीलामी की थी। इस मामले में विकास फरार है, जबकि सिकंदर जमानत पर बाहर है।