लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में सोमवार को बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विरोधियों पर जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ के खिलाफ बोलने वालों पर भी निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसको वो मिला। गिद्धों को लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली।।। जबकि, संवेदनशील लोगों को रिश्तो की सुंदर तस्वीर मिली, सज्जनों को सज्जनता मिली, व्यापारियों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली...जिसकी जैसी नियत थी, दृष्टि थी, उसको वैसा मिला।
उन्होंने कहा कि भारत के वामपंथी, सेकुलर स्कॉलर महाकुंभ की भव्यता पर उल्टी करते नजर आए हैं। हर बार उनकी कोशिश महाकुंभ को बदनाम करने और फेल करने की रही है, लेकिन ऐसे तमाम लोगों की मनसा को दरकिनार करते हुए करोड़ों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाकर उनके जले पर नमक छिड़कने का काम किया है।
किसी ने सच कहा है कि महाकुम्भ में जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला-
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2025
गिद्धों को केवल लाश मिली
सूअरों को गंदगी मिली
संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली
आस्थावान को पुण्य मिला
सज्जनों को सज्जनता मिली
भक्तों को भगवान मिले... pic.twitter.com/Z4sXsQCJav
महाकुंभ को लेकर क्या बोले सीएम योगी?
उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ के दौरान दुखद हादसा हुआ। इसके बाद भी आस्था और विश्वास तमाम परेशानियों पर भारी पड़ी। तीर्थ यात्री समस्त परेशानी और मुश्किलों का पहाड़ चढ़ करके भी प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे। वहां से स्नान कर खुशी-खुशी वापस लौटे।
रिश्तों के जटिल समीकरण को परिभाषित करता महाकुंभ अब अपने समापन की ओर है, लेकिन यहां से निकला संदेश हर सनातनी के मन में अमिट छाप छोड़ गया, जो वर्षों तक लोगों की कही बात और कहानियों में जीवंत रहेगा। महाकुंभ में अपनी सास को पीठ पर उठाकर स्नान करानी वाली बहू को भी लोगों ने देखा होगा, लेकिन सनातन विरोधियों की नजर केवल गंदगी पर पड़ी है।
सीएम योगी का विपक्ष पर निशाना
सीएम योगी ने कहा कि किसी ने सच कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला है। महाकुंभ में गिद्धों को केवल लाश मिली है, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, आस्थावान को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली, पर्यटकों को व्यवस्था मिली, सद्भावना वाले लोगों को जाति रहित व्यवस्था मिली, भक्तों को भगवान मिले। इससे साफ है कि सबने अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा है। एक ही घाट पर सभी जाति वर्ग के तीर्थ यात्री बिना भेदभाव के नहाते रहे। सनातन की सुंदरता आखिर समाजवादी और वामपंथियों को कैसे नजर आएगी।
महाकुंभ पर सवाल उठाने वालों पर भड़के सीएम योगी
सीएम योगी ने आगे कहा कि इनके द्वारा लगातार किए जाने वाले प्रश्न, उनकी नियत को ही संदेह के दायरे में खड़ी करती है। यह टिप्पणी अचानक नहीं है, यह भारत की टिप्पणी है और भारत की भावनाओं की टिप्पणी है, जो स्वयं कुछ नहीं कर सकते थे, जिन लोगों ने अपने समय में इस पूरे आयोजन को अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का शिकार बनाया था, आज वह महाकुंभ पर इस प्रकार की टिप्पणी करके भारत की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे हैं। मैं तो केवल इस बारे में एक बात कहना चाहूंगा कि महाकुंभ ने पूरी दुनिया को भारत की सनातन एकता का संदेश देकर प्रधानमंत्री के 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के विजन को चरितार्थ करके दिखा दिया है।
(आईएनएस इनपुट के साथ)