नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत की यात्रा पर आएंगे। डोभाल इन दिनों रूस के दौरे पर हैं। फिलहाल पुतिन के भारत दौरे की तरीख को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है। हालांकि संभावना है कि यह दौरा इसी साल में कुछ महीने बाद हो सकता है।

डोभाल ने कहा, 'हमारे बीच एक विशेष और दीर्घकालिक संबंध है और हम इस संबंध को महत्व देते हैं। हमारे बीच उच्च-स्तरीय संपर्क रहे हैं और इन उच्च-स्तरीय संपर्कों ने बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के बारे में जानकर हम बहुत उत्साहित और प्रसन्न हैं। मुझे लगता है कि अब तारीखें लगभग तय हो चुकी हैं।'

ट्रंप के ट्रेड वार के बीच पुतिन का भारत दौरा

पुतिन के इस दौरे की खबर उस समय सामने आई है जब डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से रूस से तेल खरीद को लेकर भारत के खिलाफ कठोर टैरिफ कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले कल यह जानकारी सामने आई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिर में चीन जाएंगे। अमेरिका भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा कर चुका है। 

यह प्रधानमंत्री मोदी की 2020 की गलवान घाटी झड़प के बाद पहली चीन यात्रा होगी। पीएम मोदी ने आखिरी बार 2019 में चीन की यात्रा की थी। हालांकि, उन्होंने 2024 में रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। चीन ने भी अमेरिकी टैरिफ पर भारत की ओर से दिए गए जवाब का समर्थन किया है। रूस पहले ट्रंप की कार्रवाई की निंदा करते हुए कह चुका है कि भारत को अपने व्यापारिक साझीदार खुद चुनने का हक है।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा था, 'संप्रभु देशों को अपने व्यापारिक साझेदार चुनने का अधिकार है।' उन्होंने रूस के साथ 'व्यापारिक संबंध तोड़ने के लिए देशों को मजबूर करने' के ट्रंप के आह्वान की भी आलोचना की थी और इसे 'अवैध' बताया था। 

बता दें कि भारत और रूस के बीच संबंध काफी पुराने रहे हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश सोवियत काल से ही चले आ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों ने अपने आर्थिक सहयोग को मजबूत किया है और द्विपक्षीय व्यापार भी अभूतपूर्व ऊँचाइयों पर पहुँचा है।

ट्रंप और पुतिन की अगले हफ्ते मुलाकात

इस बीच, ट्रंप और पुतिन के बीच अगले हफ्ते मुलाकात होने की संभावना है, जिसे एक अहम मोड़ के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल ट्रंप अपने टैरिफ अभियान के जरिए रूस पर दबाव बढ़ा रहे हैं और साथ ही यूक्रेन में युद्ध को खत्म करने पर जोर दे रहे हैं।

क्रेमलिन ने गुरुवार को कहा कि पुतिन आने वाले दिनों में ट्रंप से भी मिलेंगे। रूसी राष्ट्रपति के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि दोनों पक्ष एक बैठक की तैयारी में जुटे हैं और बैठक के लिए स्थान पर सहमति बन गई है, जिसकी घोषणा बाद में की जाएगी।