Pahalgam Terror Attack Update: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री आवास पर हुई सीसीएस बैठक में कई फैसले लिए गए। इसमें 1960 के सिंधु जल समझौते पर रोक और पाकिस्तानियों को वीजा देना बंद करने जैसे अहम फैसले शामिल हैं। साथ ही पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को पर्सोना नॉ ग्रेटा करार दिया गया है।

पाकिस्तान के खिलाफ भारत के 5 बड़े फैसले

विदेश सचिव ने बताया कि बैठक के दौरान सीसीएस ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और सीमा पार संबंधों के मुद्दे पर बातचीत की गई। उन्होंने कहा, "बैठक में कई निर्णय लिए गए, जिसमें भारत जल संधि स्थगित कर दी गई है। अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। पाकिस्तान के नागरिकों को भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और उन्हें वीजा भी नहीं मिलेगा। जो भी पाकिस्तानी भारत में हैं उनके पास वापस जाने के लिए 48 घंटे का समय है।"

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "सीसीएस ने समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सभी बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया। इसने संकल्प लिया कि इस हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। तहव्वुर राणा के हाल के प्रत्यर्पण की तरह, भारत उन लोगों की तलाश में निरंतर प्रयास करेगा जिन्होंने आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया है या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है।"

पाकिस्तान उच्चायोग में सैन्य सलाहकारों को भारत छोड़ना होगा

इसके अलावा SAARC वीजा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत आने की अनुमति नहीं होगी। पहले से जारी वीजा रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ना होगा। नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित किया गया है।  भारत भी इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग के रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को वापस बुला रहा है।

भारत और पाकिस्तान के उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 की जाएगी। यह बदलाव 1 मई तक पूरा किया जाएगा। CCS ने सुरक्षा बलों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है और कहा कि हमले के गुनहगारों को सज़ा दिलाई जाएगी।

पाकिस्तान को कड़ा संदेश

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि जिन लोगों ने ये हमला किया है, उन्हें सजा मिलेगी। उन्होंने पोस्ट किया, ''मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। हमले में प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।''

वहीं, इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा कि आतंकी हमले का करारा जवाब दिया जाएगा और जल्द ही भारत की ओर से एक्शन लिया जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत एक इतनी पुरानी सभ्यता और इतना बड़ा देश है, जिसे ऐसी किसी भी आतंकी गतिविधियों से डराया नहीं जा सकता। ऐसी हरकतों का जवाब, इसके जिम्मेदार लोगों को आने वाले कुछ ही समय में जोरदार तरीके से मिलेगा। यहां मैं, भारत के दृढ़ संकल्प को दोहराना चाहूंगा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो-टॉलरेंस पॉलिसी है। भारत का एक-एक नागरिक, इस कायरतापूर्ण हरकत के खिलाफ एकजुट है।