महाराष्ट्र के बदलापुर में बच्चियों से यौन शोषण का पूरा मामला क्या है....अब तक क्या बातें आई हैं सामने?

बदलापुर घटना को लेकर महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं मानकुर्द शिवाजीनगर के विधायक अबू आसिम आजमी ने कहा, सरकार को ध्यान दिलाना चाहता हूं कि बदलापुर में चार साल की दो बच्चियों के साथ अक्षय शिंदे नाम के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न किया है।

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Violence against sexual exploitation of 2 girls in Badlapur Maharashtra police officer suspended SIT formed

महाराष्ट्र के बदलापुर में बच्चियों से यौन शोषण का पूरा मामला क्या है....अब तक क्या बातें आई हैं सामने? (फाइल फोटो- IANS)

मुंबई: महाराष्ट्र के बदलापुर के एक स्कूल में दो चार साल की बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण को लेकर पूरे शहर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन को ब्लॉक कर दिया है जिससे ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई है।

इस कारण लोकल ट्रेन सेवाएं चार घंटे से अधिक समय तक बाधिक रही है। घटना को लेकर प्रदर्शनकारियों में काफी आक्रोश हैं और उन लोगों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर रखा है।

पुलिस द्वारा उन्हें समझाने की पूरी कोशिश की गई है लेकिन वे किसी की भी बात नहीं सुनने को तैयार नहीं थे। मामले में कई संगठनों ने बदलापुर बंद का आह्वान किया है और विरोध प्रदर्शन में विभिन्न स्थानीय संघ और राजनीतिक समूह भी शामिल हुए हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने घटना की जां की लिए एसआईटी का भी गठन किया है। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने निर्देश दिया है कि एक विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति के साथ मामले को तेजी से निपटाया जाएगा।

सीएम शिंदे ने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पाई गई तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

क्या है पूरा मामला

यह घटना बदलापुर के एक नीजि स्कूल में हुई है जहां पर पिछले हफ्ते एक नवनियुक्त पुरुष सफाई कर्मचारी ने कथित तौर पर दो बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार किया है। आरोप है कि सफाई कर्मचारी ने बच्चियों को शौचालय ले जाते समय उनके साथ कथित तौर पर यौन शोषण किया है।

दावा है कि कर्मचारी को इसी महीने काम पर रखा गया है। उसकी नियुक्ति को लेकर भी सवाल उठा है कि लड़कियों के स्कूल में इस काम के लिए एक पुरुष कर्मचारी की ज्वाइनिंग क्यों हुई है।

इस आरोप में स्कूल के प्रिंसिपल, क्लास टीचर और महिला अटेंडेंट सवालों के घेरे में हैं।

कब मिली दुर्व्यवहार की जानकारी

दरअसल, पीड़ित बच्चियों में से एक बच्ची ने अपने दादा को बताया है कि उसके साथ स्कूल में क्या हुआ है। इसके बाद पीड़ित बच्ची के घर वालों ने अन्य बच्चियों के माता पिता से संपर्क किया जिन्होंने ने भी इस तरह की घटना की बात कही थी।

दो बच्चियों के साथ इस तरह की घटना घट जाने के बाद उनके माता पिता ने उनका चेकअप कराया था जिसमें उनके साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी।

आरोप है कि पीड़ित बच्ची के माता पिता ने पुलिस से इसकी शिकायत की थी और मामला दर्ज करने को कहा था। लेकिन पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज नहीं किया था और कहा था कि पहले इसकी जांच की जाएगी। बताया जा रहा है कि मामला दर्ज करने से पहले पुलिस स्कूल भी गई थी।

दावा है कि पुलिस ने जिला महिला एवं बाल कल्याण के हस्तक्षेप के बाद 12 घंटे से अधिक देरी के बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी।

प्रशासन ने क्या लिया एक्शन

इस सिलसिले में 17 अगस्त को एफआईआर दर्ज की गई है जिसके बाद 18 अगस्त को आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी 21 अगस्त तक पुलिस की हिरासत में रहेगा।

महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए एक पुलिस महानिरीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। घटना के बाद संबंधित स्थानीय पुलिस अधिकारी का ट्रांसफर भी कर दिया गया है।

उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने मामले को फास्ट ट्रैक के जरिए निपटाने को कहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा आरोपी के खिलाफ बलात्कार के प्रयास का आरोप लगाने का निर्देश दिया गया है। मंगलवार को सीएम शिंदे ने कहा कि मामले की तेजी से सुनवाई की जाएगी और एक विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया जाएगा।

उद्धव ठाकरे ने क्या कहा है

शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मामले की फास्ट ट्रैक से सुनवाई और जल्द न्याय की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि इस स्कूल का संबंध भाजपा के एक नेता के साथ है।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा है कि वह इस मामले की जांच के लिए एक टीम को ठाणे भेजेगी। यही नहीं इस घटना की व्यापक निंदा हुई है और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने पीड़ितों के लिए त्वरित न्याय की भी मांग की है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर साधा है निशाना

शिवसेना (यूबीटी) नेता एवं राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि एक बेटी की मां होने के नाते मैं पीड़ित परिवार की दर्द और पीड़ा समझ पा रही हूं। यह बहुत ही दुखदायी है। हम महिलाओं के इंसाफ की बात करते हैं, लेकिन आज तक इंसाफ नहीं मिल पाया है।

प्रियंका ने आगे कहा है कि चाहे महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल या दिल्ली हो - कहीं भी महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाती है। कहा जाता है कि यदि बच्चे घर के बाहर कहीं सुरक्षित रहते हैं, तो वह स्कूल है। लेकिन ये चार साल की बच्चियां जब स्कूल गईं, तो वहीं पर उनके साथ यह अपराध होता है।

महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी ने क्या कहा है

बदलापुर घटना को लेकर महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं मानकुर्द शिवाजीनगर के विधायक अबू आसिम आजमी ने कहा, सरकार को ध्यान दिलाना चाहता हूं कि बदलापुर में चार साल की दो बच्चियों के साथ अक्षय शिंदे नाम के व्यक्ति ने यौन उत्पीड़न किया है।

इसको लेकर जनता में आक्रोश है। पूरे देश में रोजाना ऐसी घटना सामने आ रही है। मेरी सरकार से मांग है कि अगर इसको रोकना है तो सरेआम फांसी की सजा दी जानी चाहिए। ऐसे केसों में जल्द से जल्द सजा दी जानी चाहिए और किसी को जमानत नहीं मिलनी चाहिए।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ

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