हरदोई: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मुर्शिदाबाद हिंसा पर टीएमसी और सीएम ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ लोग लातों के भूत होते हैं। हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि लातों के भूत बातों से नहीं, डंडे से ही मानेंगे। सीएम योगी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा है। सीएम योगी ने कहा कि बंगाल जल रहा है, वहां की मुख्यमंत्री चुप हैं।
सीएम योगी का विपक्ष पर निशाना
उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि याद कीजिए 2017 के पहले के उत्तर प्रदेश को, हर दूसरे-तीसरे दिन दंगा होता था, इन दंगाइयों का उपचार ही डंडा है। बिना डंडे के मानेंगे नहीं। आप देख रहे होंगे कि बंगाल जल रहा है, वहां की मुख्यमंत्री चुप हैं, दंगाइयों को शांति दूत कहती हैं, लातों के भूत बातों से कहां मानने वाले हैं, लेकिन सेकुलरिज्म के नाम पर इन लोगों ने दंगाइयों को दंगा करने की पूरी छूट दे रखी है।
सीएम योगी ने ममता सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरा मुर्शिदाबाद एक सप्ताह से जल रहा है, राज्य सरकार मौन है, इस प्रकार की अराजकता पर लगाम लगनी चाहिए और मैं वहां के न्यायालय को इस बात के लिए धन्यवाद दूंगा कि जिन्होंने वहां पर केंद्रीय बलों की तैनाती करके अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाया है।
#WATCH | Hardoi: On violence in West Bengal, UP CM Yogi Adityanath says, "...Bengal is burning. The Chief Minister of the state is silent. She calls rioters 'shantidoot'. Laaton ke bhoot baaton se kahan man'ne waale hain? But in the name of secularism, these people have given all… pic.twitter.com/kGZcGn9QKf
— ANI (@ANI) April 15, 2025
'दंगाईयों को शांतिदूत कहती हैं ममता'
उन्होंने विपक्षी दलों की चुप्पी पर कहा कि सब लोग मौन हैं, मुर्शिदाबाद दंगों पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मौन हैं, टीएमसी मौन है, वे धमकी पर धमकी दिए जा रहे हैं, बांग्लादेश के अंदर जो हुआ था, उसका समर्थन कर रहे हैं, अगर उन्हें बांग्लादेश अच्छा लगता है, तो उन्हें बांग्लादेश जाना चाहिए, क्यों भारत की धरती पर बोझ बने हुए हैं?
सीएम योगी ने जिक्र किया कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के आभारी हैं, जिन्होंने वक्फ कानून को लाकर गरीबों की जमीनों पर डकैती पर लगाम लगाने का काम किया है, अब जो जमीन वापस आएगी, उस पर अस्पताल, गरीबों के लिए घर, ऊंची इमारतें, स्कूल और विश्वविद्यालय बनाए जाएंगे। निवेश के लिए भूमि बैंक बनाया जाएगा। लेकिन, किसी को भी जमीन पर कब्जा करने और गुंडागर्दी करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसलिए ये लोग चिंतित हैं क्योंकि जमीन के नाम पर लूट बंद होने वाली है।
उन्होंने वक्फ कानून का विरोध करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि वे सभी परेशान हैं कि अब उनके गुर्गे खाली हो जाएंगे, जो पहले जनता को लूटते थे, इनको अब भय है कि इनके द्वारा पाले गए गुर्गे 'भस्मासुर' बन जाएंगे और इन्हें ही ना लूटना शुरू कर दें। इसलिए, ये अब वक्फ के नाम पर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं और उन्हें गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
मुर्शिदाबाद में हुई थी हिंसा
बता दें कि मुर्शिदाबाद के धुलियान इलाके में संशोधित वक्फ अधिनियम के विरोध में शुक्रवार को हिंसा भड़क गई थी। घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। हिंसा पर सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि सभी को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। ममता ने लोगों से धर्म के नाम पर गैर-धार्मिक गतिविधियों में शामिल न होने का भी आग्रह किया।
शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का लोकतांत्रिक अधिकार
ममता ने कहा, 'हर किसी को अनुमति के साथ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का लोकतांत्रिक अधिकार है। मैं लोगों से अनुरोध करूंगी कि वे कानून को अपने हाथ में न लें। कानून की रक्षा के लिए हमारे पास संरक्षक हैं और हमें किसी राक्षस की जरूरत नहीं है।'
उन्होंने लोगों से किसी के भी उकसावे में न आने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा, कृपया धर्म के नाम पर गैर-धार्मिक गतिविधियों में शामिल न हों। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने कहा कि विभिन्न धर्मों के कार्यक्रम में भाग लेने के कारण कुछ लोग न सिर्फ उनकी आलोचना करते हैं, बल्कि उनका उपनाम भी बदल देते हैं।