देहरादूनः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटनाओं के भयावह दृश्य सामने आए हैं। 5 अगस्त को धराली में बादल फटने के कुछ ही घंटों बाद सुखी टॉप पर भी बादल फटने की खबर है। इन घटनाओं में भारी जलस्तर में कई घरों के बहने की भी खबरे हैं। 

वहीं, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, धराली में 4 लोगों की मौत हो गई। भारतीय सेना ने कहा था कि हरसिल क्षेत्र में खीर गाड क्षेत्र में भूस्खलन हुआ जिसमें बस्ती में मलबा और पानी का प्रवाह शुरू हो गया। 

गंगोत्री धाम के पास हुई घटना

यह गांव गंगोत्री हाइवे से सिर्फ एक किलोमीटर दूरी पर स्थित है। जहां बड़ी संख्या में तीर्थयात्री गंगोत्री धाम के लिए जाते हैं। धराली में बादल फटने की घटना करीब 1 बजकर 40 मिनट पर हुई। जिससे बड़ी मात्रा में पत्थर, मलबा और कीचड़ पूरे इलाके में फैल गया। इससे घरों, दुकानों, होमस्टे और होटलों को नुकसान पहुंचा। 

चश्मदीदों और अधिकारियों ने घटना को साल 2021 में चमोली आपदा की तरह बताया है जिसमें 200 से ज्यादा लोग मारे गए। 

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसैन ने चार लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ में कई लोग बह गए होंगे तथा मृतकों की सही संख्या तभी स्पष्ट हो सकेगी जब लोग वापस लौट आएंगे। 

बादल फटने और मलबा बहने के भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं। इलाकों में पूरी तरह से पानी भर गया है और सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। वहीं, कम्युनिकेशन लाइनों के टूटने से भी पूरी तरह से संपर्क टूट गया है। 

सीएम पुष्कर सिंह धामी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी ने उनसे फोन पर बातचीत की है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्थिति का जायजा लेने के लिए धामी से फोन पर बात की है।