देहरादूनः उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक स्थित धारागांव में इन दिनों एक रहस्यमयी बीमारी ने पशुधन पर कहर बरपा रखा है। पिछले एक सप्ताह में 91 से अधिक भेड़-बकरियों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से बीमार हैं। इससे ग्रामीणों और पशुपालकों में गहरा भय और चिंता व्याप्त है।
ग्राम प्रधान रणदेव सिंह पंवार ने बताया कि पिछले शनिवार से पशुपालन विभाग की टीमें गांव में डेरा डाले हुए हैं और इलाज कर रही हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस राहत नहीं मिल पाई है। रोजाना दो से चार पशुओं की मौत हो रही है।
उन्होंने बताया कि अब तक 91 पशुओं की मौत हो चुकी है। सबसे ज़्यादा नुकसान झेलने वाले पशुपालकों में कृपाल सिंह, कीर्ति सिंह, नेगी सिंह, मूर्ति सिंह, जबर सिंह, प्रताप सिंह, ठाकुर सिंह और बर्दान सिंह शामिल हैं।
जिला प्रशासन से उच्चस्तरीय टीम भेजने की मांग
ग्राम प्रधान पंवार ने बताया कि उन्होंने गुरुवार को उप-जिलाधिकारी मुकेश रमोला के माध्यम से जिलाधिकारी और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर मांग की है कि एक उच्चस्तरीय पशु चिकित्सा टीम और विशेष सर्वेक्षण दल मौके पर भेजा जाए, ताकि बीमारी की सटीक जांच और प्रभावित किसानों को राहत दी जा सके।
हालांकि, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरी सिंह बिष्ट ने टीएनआईई से बातचीत में बताया, "अब तक हमें जो आधिकारिक सूचना मिली है, उसके अनुसार 20 भेड़-बकरियों की मौत की पुष्टि हुई है।" उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में मौतों के पीछे न्युमोनिया, डायरिया, फेफड़ों में संक्रमण और डिहाइड्रेशन जैसे कारण सामने आए हैं। उन्होंने माना कि मौसम की प्रतिकूलता भी एक संभावित कारण हो सकता है।
अब तक 250 से अधिक पशुओं का टीकाकरण
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. रजनीश स्वामी ने बताया कि मेडिकल टीमें शनिवार से गांव में लगातार कैंप कर रही हैं। "अब तक 250 से अधिक भेड़-बकरियों का टीकाकरण और इलाज किया जा चुका है।" उन्होंने कहा कि बीमारी की पहचान और नियंत्रण के लिए सभी प्रयास जारी हैं। बीमारी की असल वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है और लगातार हो रही मौतों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। पशुपालकों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।