उत्तराखंड में फर्जी बाबाओं की खैर नहीं! चलाया जा रहा 'ऑपरेशन कालनेमि', 300 से अधिक पर कार्रवाई

यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब उत्तराखंड में चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजन अपने चरम पर हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश और केदारनाथ जैसे पवित्र नगरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है...

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Photograph: (ians)

देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस ने धार्मिक आस्था के नाम पर जनता को गुमराह करने वाले फर्जी बाबाओं और स्वयंभू संतों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू किए गए 'ऑपरेशन कालनेमि' के तहत कुमाऊं मंडल में अब तक 300 से अधिक फर्जी बाबाओं की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर, चालान और एहतियाती हिरासत जैसी कार्रवाइयां की गई हैं।

कुमाऊं रेंज की आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया कि अभियान को कुमाऊं के सभी छह जिलों में चलाया गया, जहां ऐसे व्यक्तियों की पहचान की गई जो संत, बाबा या आध्यात्मिक मार्गदर्शक का चोला पहनकर अंधविश्वास, झूठे चमत्कार और छल के जरिये लोगों की आस्था से खेल रहे थे। इनके पास किसी प्रकार का वैध दस्तावेज या प्रमाण नहीं पाया गया।

आईजी अग्रवाल के अनुसार, ऐसे संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनके पृष्ठभूमि की जांच की गई और कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सभी थानों और पुलिस चौकियों को ऐसे संदिग्ध धार्मिक व्यक्तित्वों पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

'ऑपरेशन कालनेमि' पर पुष्कर सिंह धामी ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री धामी ने 10 जुलाई को अभियान की शुरुआत करते हुए कहा था, “जिस प्रकार पौराणिक कथा में राक्षस कालनेमि साधु का वेश धरकर लोगों को भ्रमित करता था, आज के समाज में भी कई ऐसे ‘कालनेमि’ हैं जो धर्म के नाम पर अपराध कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह पहल सनातन धर्म की छवि और आम जनता की आस्था की रक्षा के लिए जरूरी है।

यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब उत्तराखंड में चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजन अपने चरम पर हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश और केदारनाथ जैसे पवित्र नगरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है, ऐसे में सरकार की प्राथमिकता धार्मिक स्थलों की पवित्रता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने अभियान की सराहना करते हुए कहा, “धन, धोखे और जबरन धर्मांतरण जैसी घटनाओं पर सख्त निगरानी और नियंत्रण जरूरी है।”
वहीं, भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी कहा, “जब सनातन धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, ऐसे में फर्जी बाबाओं की सक्रियता भी बढ़ी है। सीएम धामी की यह पहल संत परंपरा की गरिमा की रक्षा करेगी।” भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने कहा कि “यह अभियान उन ठगों को बेनकाब करेगा जो चमत्कारों के झूठे वादों से मासूम लोगों को लूटते हैं।”

विपक्ष ने भी दिया समर्थन, पर लगाई नसीहत

शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने अभियान की सराहना करते हुए कहा, “फर्जी बाबाओं को पकड़ना सराहनीय है, लेकिन सीएम धामी को अपनी पार्टी में छिपे 'कालनेमियों' की पहचान भी करनी चाहिए जो भ्रष्टाचार और सामाजिक तनाव फैला रहे हैं।”

 

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