नई दिल्लीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के सर शाह सुलेमान हॉल में ‘बीफ बिरयानी’ परोसे जाने की सूचना देने वाला एक नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवादों में घिर गया।
यह नोटिस कथित रूप से दो अधिकृत व्यक्तियों द्वारा जारी किया गया था, जिसमें लिखा था, "रविवार के लंच मेन्यू में बदलाव किया गया है और मांग के अनुसार चिकन बिरयानी की जगह बीफ बिरयानी परोसी जाएगी।" इस घोषणा के बाद छात्रों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं और सोशल मीडिया पर इसे लेकर हंगामा मच गया।
प्रशासन की सफाईः ‘टाइपिंग एरर’ थी, नोटिस वापस लिया गया
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, विवाद बढ़ने के बाद एएमयू प्रशासन ने सफाई दी। प्रशासन ने इसे टाइपिंग एरर बताया और कहा कि इसे जारी करने वालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, "यह मामला हमारे संज्ञान में आया। जांच के दौरान पाया गया कि यह नोटिस भोजन मेन्यू से जुड़ा था, लेकिन इसमें एक साफ टाइपिंग एरर थी। इस नोटिस पर कोई आधिकारिक हस्ताक्षर नहीं थे, जिससे इसकी प्रामाणिकता पर संदेह हुआ। इसे तुरंत हटा दिया गया।"
बीजेपी नेता ने प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप
उधर, अलीगढ़ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और भाजपा नेता निशित शर्मा ने इस मामले पर नाराजगी जताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की भूमिका को "शर्मनाक" बताया।
उन्होंने कहा, "सर शाह सुलेमान हॉल में सार्वजनिक रूप से यह नोटिस लगाया गया था और इसके लिए वरिष्ठ फूड कमेटी के सदस्यों की जिम्मेदारी बनती है। इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि प्रशासन कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा दे रहा है और छात्रों की गलतियों पर पर्दा डाल रहा है।"
छात्रों को जारी किया गया शो-कॉज नोटिस
विवाद बढ़ने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद को इस नोटिस से अलग कर लिया और इसे "अनजाने में हुई गलती" करार दिया। सर शाह सुलेमान हॉल के प्रवोस्ट ने दो वरिष्ठ छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब मांगा है।