यूपी में भारी बारिश से बेकाबू हुए हालात, उफान पर कई नदियां, 13 की मौत

वाराणसी में गंगा और वरुणा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गंगा शुक्रवार सुबह 69.20 मीटर पर दर्ज की गई, जो खतरे के निशान से सिर्फ 1.56 मीटर नीचे है।

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प्रयागराज: जलमग्न सड़कें और गुजरते लोग। गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने से संगम क्षेत्र की सड़कें डूबीं।

लखनऊः उत्तर प्रदेश में मानसून की जबरदस्त बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बीते 48 घंटों से हो रही मूसलधार बारिश के चलते प्रदेश के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं, सैकड़ों गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है और कई जगह घर ढहने से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें चार बच्चे भी शामिल हैं।

वाराणसी में गंगा और वरुणा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गंगा शुक्रवार सुबह 69.20 मीटर पर दर्ज की गई, जो खतरे के निशान से सिर्फ 1.56 मीटर नीचे है। वरुणा के किनारे बसे करीब 30 हजार घरों में रहने वाले लोग पलायन की तैयारी में हैं। नदियों का पानी रिहायशी इलाकों में घुस चुका है। 

प्रयागराज में तूफान से टूटीं 200 नावें

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, प्रयागराज में गंगा और यमुना का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। तूफान के चलते करीब 200 नावें क्षतिग्रस्त हो गईं। 15 से ज्यादा मोहल्लों की पांच लाख की आबादी जलभराव की चपेट में आ गई है।

हमीरपुर में 24 घंटे से रुक-रुककर बारिश हो रही है। शहर की सड़कों ने तालाब का रूप ले लिया है और घरों में पानी भर गया है। महोबा में नहर टूटने से सिजरी गांव डूब गया है, कई कच्चे मकान धराशायी हो गए हैं। चित्रकूट की मंदाकिनी नदी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। यहां रामघाट की कई दुकानें डूब गई हैं और आसपास के गांवों का संपर्क कट गया है।

चित्रकूट में मकान गिरने से दो मासूमों की मौत

चित्रकूट के पहाड़ी थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात भारी बारिश के चलते एक पक्का मकान भरभरा कर गिर गया। हादसे में 5 साल की बच्ची शिवांगी और एक साल का बेटा शिवा मलबे में दबकर मौत के शिकार हो गए। मां सोनी सिंह को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मिर्जापुर में कर्णावती नदी उफान पर है। दुबहा-बौड़ई पुल पानी में डूब गया है, जिससे ग्रामीणों का आवागमन बंद हो गया है। सोनभद्र की सोन नदी चोपन क्षेत्र में खतरे के निशान से 0.64 मीटर ऊपर बह रही है। जलस्तर 24 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। झांसी में बीते 20 दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे गलियों में भारी जलभराव है। कई बांधों के गेट खोल दिए गए हैं।

रिकॉर्ड बारिश से संकट गहराया

गुरुवार को मिर्जापुर के चुनार में सबसे ज्यादा 240 मिमी बारिश हुई। प्रयागराज में 209 मिमी, जौनपुर में 142 मिमी, सोनभद्र में 100 मिमी और वाराणसी में 92.2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। पूरे प्रदेश में औसत 16.3 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 83% अधिक है। 1 जून से 18 जुलाई तक राज्य में कुल 268.8 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 8% अधिक है।

मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में बारिश की संभावना जताई है। 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित किया है और राहत कार्यों को तेज कर दिया गया है।

 

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