सीएम योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना Photograph: (IANS)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार (20 फरवरी) को सूबे का बजट पेश कर दिया। सुरेश खन्ना ने बतौर वित्त मंत्री लगातार छठी बार राज्य का बजट पेश किया है। सुरेश खन्ना ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए करीब 8.08 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया।
बजट का आकार पिछले वित्त वर्ष के लिए सरकार द्वारा घोषित बजट से लगभग 10 प्रतिशत अधिक है। 2024-25 के लिए राज्य के बजट का आकार 7,36,437 करोड़ रुपये था, जिसमें 24,863.57 करोड़ रुपये की नई योजनाएं शामिल थीं।
अनुसंधान, विकास और सूचना प्रौद्योगिकी पर फोकस
वित्त मंत्री गुरुवार को विधानसभा में इस साल का बजट पेश करते हुए कहा कि इस बार का फोकस अनुसंधान, विकास और सूचना प्रौद्योगिकी पर है। खन्ना ने अपने बजट भाषण में कहा कि बजट का 22 प्रतिशत विकास उद्देश्यों के लिए, 13 प्रतिशत शिक्षा के लिए, 11 प्रतिशत कृषि और संबंधित सेवाओं के लिए जबकि छह प्रतिशत स्वास्थ्य के लिए आवंटित किया गया है।
खन्ना ने अपने बजट भाषण की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए और उनके नेतृत्व में राज्य में हो रहे विकास का जिक्र किया। उन्होंने महाकुंभ का भी जिक्र किया और कहा कि यह न केवल एक सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन है, बल्कि भारत की प्राचीन आस्था और सांस्कृतिक अखंडता का प्रतीक है।
यूपी बजट 2025-26: बजट की 10 बड़ी बातें
1. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी: सुरेश खन्ना ने कहा कि राज्य सरकार लखनऊ में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी विकसित करेगी और साइबर सुरक्षा में तकनीकी अनुसंधान के लिए एक पार्क स्थापित करेगी।
2. विद्यालयों की स्थिति सुधरेगी: प्रदेश के प्राथमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आईटीसी लैब और स्मार्ट क्लासेज की स्थापना पर काम किया जा रहा है।
3. स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी: राजकीय पॉलीटेक्निकों में स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की जाएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना प्रस्तावित की गई है। इसके अलावा प्रदेश में अधिक साइंस सिटी, विज्ञान पार्कों और नक्षत्रशालाओं की स्थापना सहित नवीनीकरण की योजना बनाई जा रही है।
4. स्कूटी देने की नई योजना: यूपी के वित्त मंत्री ने बताया कि उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही मेधावी छात्राओं को पात्रता के आधार पर स्कूटी देने की नई योजना लायी जा रही है।
5. नए एक्सप्रेसवे: वित्त मंत्री ने बताया कि चार नए एक्सप्रेसवे के निर्माण का फैसला लिया गया है। इसमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे कैसिया, जनपद वाया फर्रूखाबाद तक प्रवेश नियंत्रित ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण शामिल है। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेसवे को प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली होते हुए सोनभद्र से जोड़ा जाएगा। मेरठ को हरिद्वार से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार होगा। साथ ही बुंदेलखंड-रीवा एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रस्तावित है।
6. डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर: बुंडेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना के लिए 461 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है।
7. अयोध्या बनेगी सोलर सिटी: यूपी के बजट में 58 नगर निकायों को आदर्श स्मार्ट नगर निकाय बनाने का ऐलान किया गया है। इसके अलावा अयोध्या को सोलर सिटी के तौर पर विकसित करने का प्रस्ताव किया गया है।
8. 35 करोड़ से अधिक पौधरोपण: साल 2025 के बजट में बताया गया है कि सरकार 35 करोड़ से अधिक पौधरोपण करेगी। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि वर्तमान में वृक्षाच्छादन प्रदेश के भौगोलिक क्षेत्र का 9.96 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश में 2021-22 से 2024-25 तक 138.98 करोड़ पेड़ लगाए गए।
9. खेल विश्वविद्यालय: प्रदेश स्तर पर एक खेल विश्वविद्यालय का निर्माण मेरठ में किया जा रहा है। इसके लिए 223 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। वाराणसी में पीपीपी मॉडल पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण होगा।
10. डेटा सेंटर पार्क: प्रदेश सरकार की डेटा सेन्टर नीति के अन्तर्गत पूर्व लक्षित 3 डाटा सेंटर पार्क के स्थान पर 8 डेटा सेंटर पार्क की स्थापना का प्रस्ताव है। सेमीकण्डक्टर क्षेत्र में वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिये यूपी सेमीकंडक्टर नीति, 2024 की घोषणा का भी जिक्र बजट भाषण में हुआ। राज्य सरकार के अनुसार सेमीकंडक्टर इकाईयों के लिये डेडीकेटेड प्रावधान आरम्भ करने वाला उत्तर प्रदेश चौथा राज्य है।