लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती और कांग्रेस नेता उदित राज के बीच हालिया विवाद राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। उदित राज द्वारा की गई एक विवादास्पद टिप्पणी पर मायावती ने कड़ा पलटवार किया है, जिससे यह मुद्दा और गर्मा गया है।

दरअसल कांग्रेस नेता उदित राज ने एक्स पर मीडिया से बातचीत का एक वीडियो साझा किया था जिसमें उन्होंने कहा कि "कृष्ण ने कहा था कि न्याय के लिए लड़ो, जरूरत पड़े तो अपने सगे संबंधियों को भी मार दो। बसपा की चीफ सुश्री मायावती जी ने जो सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा है, अब उनका गला घोंटने का वक्त आ गया है।" उनकी इस टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी।

मायावती ने उदित राज के बयान पर क्या कहा?

बसपा प्रमुख मायावती ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और अपने 'एक्स' हैंडल से तीन पोस्ट किए। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों और उनके संघर्ष को कांग्रेस ने हमेशा अनदेखा किया है।

उनके अनुसार, "बाबासाहेब के जीते जी और उनके देहांत के बाद भी, करोड़ों शोषित-पीड़ित दलितों/बहुजनों के आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान के संघर्ष का कांग्रेस ने हमेशा तिरस्कार किया है। कांग्रेस कभी भी इनकी सोच और नीतियों पर खरी व विश्वसनीय नहीं हो सकती।"

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस 'जय बापू, जय भीम, जय मंडल, जय संविधान' जैसे नारे लगाकर दलितों को बहकाने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब बहुजन समाज इन झूठे वादों में नहीं फंसने वाला।

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मायावती के ट्वीट का स्क्रीनशॉट।

आकाश आनंद ने जताई कड़ी नाराजगी

बसपा के वरिष्ठ नेता और मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने भी उदित राज की टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "आज लखनऊ में मान्यवर कांशीराम साहेब के कुछ पुराने सहयोगी और कभी भाजपा, कभी कांग्रेसी चमचे उदित राज ने साहेब के मिशन पर लंबा चौड़ा ज्ञान दिया।" उन्होंने उदित राज पर अवसरवादी राजनीति करने और अपने स्वार्थ के लिए बहुजन आंदोलन का नाम लेने का आरोप लगाया।

आकाश आनंद ने उदित राज के बयान को 'धमकी' करार देते हुए यूपी पुलिस से 24 घंटे के भीतर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो बहुजन समाज के युवा खुद उन्हें सबक सिखाएंगे।

भाजपा ने भी उदित राज को घेरा

उदित राज के बयान पर भाजपा ने भी कड़ी आपत्ति जाहिर की और पूछा कि क्या राहुल गांधी ही वह व्यक्ति हैं जिन्हें कृष्ण की उपाधि दी गई है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने उदित राज का वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'कांग्रेस नेता उदित राज कह रहे हैं कि उनके ‘कृष्ण’ ने उन्हें आदेश दिया है कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती जी को मार दिया जाए। क्या राहुल गांधी ही वह व्यक्ति हैं, जिन्हें कृष्ण की उपाधि दी गई है? क्या कांग्रेस के भीतर इतनी झुंझलाहट बढ़ गई है कि अब भाषा और राजनीति, दोनों में हिंसा का भाव हावी हो चुका है?'

 अमित मालवीय ने पोस्ट में आगे लिखा, 'राजनीतिक विरोध अपनी जगह है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में इस तरह किसी की हत्या की बात करना कितना जायज़ है? कांग्रेस हमेशा से दलित-विरोधी रही है, और यह षड्यंत्र उसी मानसिकता को दर्शाता है। पहले सपा ने भी इसी तरह मायावती जी पर जानलेवा हमला करवाया था। सपा और कांग्रेस ने हमेशा सामाजिक न्याय के नाम पर दलितों और पिछड़ों को ठगने का काम किया है।'

अमित मालवीय के ट्वीट का जवाब देते हुए उदित राज ने कहा कि मायावतीजी ने जितना उपकार बीजेपी पर किया उसका एहसान आप चुका न पायेंगे। उन्होंने कांग्रेस को उत्तर भारत में गिराया तभी आप सत्ता में हैं। 2022 के विधान सभा चुनाव में मायावती ने आपकी बड़ी मदद की थी। कहा था समाजवादी पार्टी न जीते चाहे बीजेपी भले जीत जाये। उदित राज ने कहा कि गिरते बहुजन आंदोलन का दर्द मैं ही समझ सकता हूँ।

उदित राज की सफाई

विवाद बढ़ता देख उदित राज ने अपनी टिप्पणी पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनके बयान को कांग्रेस से जोड़कर न देखा जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह टिप्पणी एक सम्मेलन के दौरान की गई थी, जिसमें कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा, "मायावती जी ने चार दशक से कांग्रेस को दलित विरोधी बताकर लोगों को भ्रमित किया। उन्होंने डॉ. अंबेडकर को ढाल बनाकर कांग्रेस के खिलाफ प्रोपेगेंडा किया और सत्ता का लाभ उठाया। बसपा ने कभी भी आरएसएस के खिलाफ मोर्चा नहीं खोला, बल्कि हमेशा कांग्रेस को ही निशाना बनाया।"

उदित राज ने यह भी आरोप लगाया कि मायावती का मकसद केवल अपनी राजनीति बचाना है और वे बहुजन आंदोलन के लिए कभी गंभीर नहीं रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी भी कीमत पर बहुजन आंदोलन को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं

उदित राज का बयान जिसपर हो रहा विवाद

बता दें कि कांग्रेस नेता उदित राज ने एक प्रेसवार्ता में बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि कृष्ण ने कहा था कि अपने सगे संबंधियों को कैसे मारेंगे, तो कृष्ण ने कहा कि कोई सगा संबंधी नहीं है। न्याय के लिए लड़ों और आज उसी मोड़ पर हैं। कृष्ण ने हमें कह दिया है कि सबसे पहले जो अपना दुश्मन है, उसी को मार दो। इसके अलावा, जो सामाजिक न्याय का दुश्मन है, जिसके बारे में मैं अपने प्रेस रिलीज में जिक्र कर चुका हूं। बसपा की चीफ मायावती ने जो सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा है, अब उनका गला घोंटने का वक्त आ गया है।