उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार को स्कूल में घटी एक घटना के बाद शहर में साप्रदायिक तनाव पैदा हो गया। इसके बाद प्रशासन ने रात करीब 10 बजे इंटरनेट को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया। शहर के कई इलाकों में धारा 144 भी लगा दी गई है और लोगों के एक साथ जमा होने पर रोक है।

उदयपुर के बापू बाजार, हाथीपोल, घंटा घर, चेतक सर्कल और इनके आसपास के इलाकों में शुक्रवार शाम तक बाजार बंद हो गए। तनाव फैलने के बाद ये इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आए। पुलिस के अनुसार कुछ जगहों पर भीड़ द्वारा पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। तीन से चार गाड़ियों को भीड़ ने आगे के हवाले भी कर दिया।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार एक शॉपिंग मॉल पर भी पत्थर फेंके गए, जिससे कुछ दुकानों के शीशे से बने गेट टूट गए। एक सरकारी अस्पताल के बाहर भी एक समय सैकड़ों लोग जमा हो गए थे, लेकिन बाद में पुलिस की कोशिश के बाद सभी वहां से चले गए।

उदयपुर में क्यों फैला सांप्रदायिक तनाव?

उदयपुर में हिंसा तब भड़की जब एक सरकारी स्कूल में 10वीं कक्षा के एक छात्र द्वारा अपने ही सहपाठी पर कथित तौर पर चाकू से हमला करने की खबरें सामने आई। घटना भाटियानी चोहाटा इलाके में स्थित एक स्कूल की है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार उदयपुर जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि प्रशासन को शुक्रवार सुबह ही दो बच्चों के बीच झगड़े की शिकायत मिली थी।

पोसवाल ने कहा, 'यह घटना आज (शुक्रवार) सुबह हुई। हमें दो बच्चों के बीच झगड़े की सूचना मिली थी, जिसमें एक बच्चे की जांघ पर चाकू से हमला किया गया था। घाव गहरा था और बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।'

उन्होंने कहा, 'मैंने बच्चे से मुलाकात की है, उसकी हालत अब स्थिर है...पुलिस घटना के पीछे के कारण की जांच कर रही है। मैं जनता से अपील करना चाहता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों या गलत सूचनाओं पर ध्यान न दें।' पोसवाल ने कहा, 'चाकू से हमला करने वाले छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है, उसके पिता को भी गिरफ्तार किया गया है।'

पीड़ित छात्र के मौत की अफवाह के बाद फैली हिंसा

बताया जा रहा है कि चाकूबाजी की घटना के बाद विरोध में कुछ हिंदू संगठन प्रदर्शन करने के लिए शहर के मधुबन इलाके में एकत्र हुए थे। इसी बीच चाकूबाजी के हमले में घायल छात्र के मौत की अफवाह फैल गई। इसके बाद यहां जमा हुई भीड़ हिंसक हो गई।

बहरहाल, प्रशासन ने शहर के लगभग सभी इलाकों में फोर्स की तैनात कर दी है और तमाम पुलिस अधिकारी फील्ड में हैं। हर तरह की गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, लोकसभा सांसद मन्नालाल रावत, विधायक ताराचंद जैन, फूल सिंह मीना सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी स्थिति को लेकर बैठक की है।