नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतर गई है। इस हादसे में अभी तक चार लोगों की जान चली गई है और करीब 20 लोग घायल हुए हैं। इस रेल हादसे के बाद कई ट्रेन कैंसिल कर दी गई है। जबकि, कई ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं।
मौके पर राहत और बचाव का कार्य चल रहा है। यात्रियों के लिए स्पेशल रेक और बस की सुविधा मुहैया कराई गई है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार यह हादसा बुधवार दोपहर करीब 2.35 बजे हुआ है।
यह दुर्घटना उत्तर प्रदेश के गोंडा और झिलाही के बीच स्थित पिकौरा में हुई। यात्रियों को बस से पास के ही मनकापुर स्टेशन ले जाया जाएगा, जहां से उन्हें दूसरी ट्रेन में बैठाकर रवाना किया जाएगा। घटना को लेकर कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
11 ट्रेनों का बदला गया रूट
रेल मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक दो ट्रेन कैंसिल की गई है और 11 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। गोंडा स्टेशन गोरखपुर, बिहार, असम के लिए एक मुख्य मार्ग है। जहां से रोजाना सैकड़ों ट्रेनें गुजरती हैं।
इस हादसे के बाद रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। जिस पर लोग कॉल कर अपने परिवारजनों का हाल-चाल और उनकी लोकेशन जान सकते हैं। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के तमाम उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
सीएम योगी ने भी घटना का लिया है संज्ञान
रेलवे की तरफ से डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए स्पेशल रेक की व्यवस्था की गई है। स्पेशल ट्रेन मनकापुर से डिब्रूगढ़ के लिए प्रस्थान करेगी। इस घटना पर लगातार रेल मंत्रालय अपनी नजर बनाए हुए है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए।
मुआवजे का हुआ ऐलान
घटना में मरने वाले लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान हुआ है। रेल मंत्री ने कहा है कि मृतकों के परिवार वालों को 10 लाख रुपए दिए जाएंगे। यही नहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को ढाई लाख रुपए और जिन्हें मामूली चोटें लगी हैं उन्हें 50 हजार का मुआवजा दिया जाएगा।
इन ट्रेनों का बदला गया है रूट
इस खंड पर चलने वाली 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलाई जा रही है। वहीं, 15653 गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन कर मनकापुर-अयोध्या-बाराबंकी के रास्ते चलाई जा रही है।
जारी हुआ हेल्पलाइन
रेल यात्रियों की मदद एवं अन्य जानकारी के लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
गोंडा – 8957400965
लखनऊ – 8957409292
सीवान – 9026624251
छपरा – 8303979217
देवरिया सदर – 8303098950
इन ट्रेनों की दी गई है ज्यादा स्टॉपेज
हादसे को देखते हुए कई ट्रेनों को एक्स्ट्रा स्टॉपेज देने का फैसला लिया गया है।
03113 सियालदह-बनारस स्पेशल 22/07/2024 से 19/08/2024 तक आरा में 11.35 बजे रूकेगी।
03114 बनारस-सियालदह स्पेशल 21.45 बजे आरा में स्टॉपेज करेगी।
03113 सियालदह-बनारस स्पेशल 22/07/2024 से 19/08/2024 तक बक्सर में 12.31 बजे तक ठहराव करेगी।
03114 बनारस-सियालदह स्पेशल 20.43 बजे भी बक्सर में रूकेगी।
12305/12306 हावड़ा-नई दिल्ली-हावड़ा एक्सप्रेस, 12273/12274 हावड़ा-नई दिल्ली-हावड़ा एक्सप्रेस, 12303/12304 हावड़ा-नई दिल्ली-हावड़ा एक्सप्रेस, 12235/12236 मधुपुर-आनंदविहार-मधुपुर एक्सप्रेस और 22459/22460 मधुपुर-आनंदविहार-मधुपुर एक्सप्रेस को छोड़कर केवल सभी मेल या एक्सप्रेस या अन्य यात्री ट्रेनें जिनका ठहराव पांच मिनट से कम है, वे सभी जसीडीह स्टेशन पर पांच मिनट के लिए 22/07/2024 से 19/08/2024 तक रूकेगी।
हादसे पर कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा है
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यूपी में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस का पटरी से उतरना, इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे मोदी सरकार ने व्यवस्थित तरीके से रेल सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं तथा हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं घायलों के साथ भी हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “यह घटना सियालदह-अगरतला कंचनजंगा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में 11 लोगों की जान जाने के एक महीने बाद हुई है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त का यह बयान कि ऐसी दुर्घटनाएं ‘होने ही वाली थी’ सुरक्षा प्रोटोकॉल में गंभीर खामियों को रेखांकित करता है। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले विवरण सामने आए हैं। दुर्घटना के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारकों में स्वचालित सिग्नल की विफलता, कई स्तरों पर परिचालन कुप्रबंधन और लोको पायलट और ट्रेन मैनेजर के बीच संचार के लिए वॉकी-टॉकी जैसे महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरणों की अनुपलब्धता शामिल है।”
इस पर खड़गे ने आगे लिखा, “पीएम नरेंद्र मोदी और उनके रेल मंत्री, जो आत्म-प्रचार का कोई मौका नहीं छोड़ते, उन्हें भारतीय रेलवे में हुई भारी चूक की सीधी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हमारी एक ही मांग है कि रेलवे सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारत भर में सभी रेल मार्गों पर कवच एंटी-कोलिजन सिस्टम को तत्काल लगाया जाय।”
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ