तिरुपतिः तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में मिलावट मामले में पहली बार केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में तमिलनाडु की विवादों में घिरी डेयरी के एमडी सहित तीन अन्य लोग शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों में आर. राजशेखरन (दिंडीगुल स्थित AR डेयरी के एमडी), विपिन जैन और पोमिल जैन (उत्तराखंड की भोले बाबा डेयरी से जुड़े) और अपूर्वा चौड़ा (नेल्लोर स्थित वैष्णवी डेयरी का प्रतिनिधित्व करने वाले) शामिल हैं।

सीबीआई की SIT ने इन सभी आरोपियों से पिछले तीन दिनों तक गहन पूछताछ की थी, जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को रविवार को तिरुपति में एक स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

जांच में गंभीर अनियमितताओं का खुलासा

सीबीआई की जांच में घी की सप्लाई से लेकर हर स्तर पर गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। SIT को ऐसे सबूत मिले हैं जो दर्शाते हैं कि घी की मिलावट और आपूर्ति में कई स्तरों पर अनैतिक गतिविधियाँ हुईं।

यह विवाद पहली बार सितंबर 2023 में उस समय उभरा जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस सरकार के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने में घी में जानवरों की चर्बी मिलाई गई।

बाद में, तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने इस आरोप का समर्थन करने के लिए एक लैब रिपोर्ट जारी की, जिसे वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने खारिज करते हुए इसे पार्टी को बदनाम करने की साजिश बताया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने AR डेयरी को ब्लैकलिस्ट कर दिया और तिरुपति ईस्ट पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई।

इसके बाद, राज्य सरकार ने अपनी जांच शुरू की, लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। अक्टूबर 2023 में, सुप्रीम कोर्ट ने CBI को SIT गठित कर इस घी मिलावट मामले की गहराई से जांच करने का आदेश दिया।

CBI की विशेष जांच टीम (SIT) में कौन-कौन शामिल?

सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद, सीबीआई ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की, जिसमें CBI संयुक्त निदेशक (हैदराबाद) एस. वीरेश प्रभु, CBI एसपी (विशाखापट्टनम) मुरली रंभा, गुंटूर आईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, विशाखापट्टनम रेंज डीआईजी गोपीनाथ जट्टी और FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण) के एक वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। सीबीआई SIT की जांच अभी भी जारी है, और इस मामले में आगे और गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही है।