नई दिल्ली: एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने गुरुवार को कहा कि दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का 'अच्छी तरह से रखरखाव' किया गया था तथा इस विमान की आखिरी बार गहन जांच जून 2023 में की गई थी और अगली जांच दिसंबर 2025 में होनी थी।
'बोइंग 787 विमानों की गहन जांच जारी'
उन्होंने आगे कहा कि 14 जून को डीजीसीए की तरफ से निर्देश मिलने के बाद, हम अपने 33 बोइंग 787 विमानों की गहन जांच कर रहे हैं। अब तक, 26 विमानों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और उन्हें सेवा के लिए मंजूरी दे दी गई है। बाकी विमानों का फिलहाल रखरखाव में हैं और सेवा में लाए जाने से पहले उनकी अतिरिक्त जांच की जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि समीक्षा के बाद डीजीसीए ने पुष्टि की है कि हमारे बोइंग 787 बेड़े और रखरखाव प्रक्रियाएं पूरी तरह से सुरक्षा मानकों को पूरा करती हैं।
ब्लैक बॉक्स - जांच का अगला चरण शुरू
विमान का ब्लैक बॉक्स (डीएफडीआर और सीवीआर) दो हिस्सों में बरामद हुआ। इसका पहला सेट 13 जून को मिला। जबकि, दूसरा सेट 16 जून को बरामद हुआ। यह विमान मॉडल दो ब्लैक बॉक्स सेट से लैस होता है, जिससे ज्यादा जानकारी मिलने की उम्मीद है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा गया कि ब्लैक बॉक्स को विदेश भेजा जा रहा है। इस पर नागर विमानन मंत्रालय ने सफाई दी है। मंत्रालय के अनुसार, AAIB तय करेगा कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग भारत में होगी या विदेश में। यह फैसला तकनीकी, सुरक्षा और गोपनीयता से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के बाद लिया जाएगा। मंत्रालय ने सभी लोगों और मीडिया से अपील की है कि बिना पुष्टि के अफवाह न फैलाएं, और जांच को गंभीरता से पूरा करने दिया जाए।