हैदराबादः तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने रविवार को तीन मंत्रियों को शामिल करके अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। राजभवन में राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने जी विवेक वेंकटस्वामी, अदलुरी लक्ष्मण कुमार और वाकीति श्रीहरि को मंत्री पद की शपथ दिलाई।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति (टीपीसीसी) के अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ और वरिष्ठ अधिकारी समारोह में शामिल हुए। विवेक वेंकटस्वामी ने अंग्रेजी में शपथ ली, जबकि शेष दो ने तेलुगु में शपथ ली।

यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार

यह मंत्रिमंडल का पहला विस्तार है। यह मंत्रिमंडल 7 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री और 11 मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ बना था। काफी समय से टल रहा यह विस्तार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) द्वारा तीनों मंत्रियों के नामों को मंजूरी मिलने के बाद हुआ।

हालांकि मंत्रिमंडल में रिक्तियां हैं, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने तीन पद रिक्त रखने का फैसला किया है। राज्य में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 18 मंत्री हो सकते हैं।

मंत्रियों का प्रोफाइल

विवेक वेंकटस्वामी पूर्व सांसद हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री जी. वेंकटस्वामी के बेटे हैं। वे अनुसूचित जाति से आते हैं। अडलूरी लक्ष्मण कुमार भी अनुसूचित जाति से हैं। श्रीहरि पिछड़ा वर्ग से हैं। उद्योगपति वेंकटस्वामी 2023 के विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

वे 2009 में पेड्डापल्ली सीट से संसद के लिए चुने गए थे। बाद में वे तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए बीआरएस में शामिल हो गए। 2014 में संसद में तेलंगाना विधेयक पारित होने के बाद कांग्रेस में लौट आये। 

वह 2016 में फिर से टीआरएस में गए। 2019 में, पेद्दापल्ली लोकसभा सीट से टिकट न मिलने के बाद उन्होंने तेलंगाना सरकार के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया और सत्तारूढ़ पार्टी छोड़ दी। वह भाजपा में शामिल हुए, जिसे उन्होंने नवंबर 2023 में कांग्रेस में लौटने के लिए फिर से छोड़ दिया। 2023 में वह मंचेरियल जिले की चेन्नूर सीट से विधानसभा के लिए चुने गए, जहां उन्होंने बीआरएस के मौजूदा विधायक बाल्का सुमन को हराया।

अन्य मंत्रियों की बात करें तो अदलुरी लक्ष्मण कुमार वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं और जगित्याल जिले के धर्मपुरी से पहली बार विधायक बने हैं।  वहीं, श्रीहरि ने यूथ कांग्रेस नेता के रूप में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया और तीन दशकों से अधिक समय से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। वह नारायणपेट जिले के मखथल विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने यह भी घोषणा की कि महबूबाबाद जिले के दोर्नाकल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रामचंद्र नाइक को विधानसभा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा।

(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)