हैदराबाद: तेलंगाना के मेडक जिले में एक केमिकल प्लांट में कल हुए भीषण विस्फोट में मरने वालों की संख्या मंगलवार सुबह तक 35 हो गई है। इसके अलावा कई कर्मचारी घायल है और कई अभी भी लापता हैं। बचाव अभियान जारी है, और अधिकारियों को आशंका है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।
बचाव टीमें ढही हुई इमारत के मलबे से फंसे लोगों की तलाश में जुटी हैं। पटनचेरू के सरकारी अस्पताल ने, जहां पोस्टमार्टम किया जा रहा है, वहां से अब तक 35 मौतों की पुष्टि हुई है।
प्लांट में काम करने वाले कर्मचारी तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों से थे। इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा के निर्देशों के बाद, स्वास्थ्य अधिकारियों ने फोरेंसिक डॉक्टरों को अस्पताल में भेजा है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी डीएनए विश्लेषण में मदद कर रही है। अग्निशमन सेवा, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीमों के करीब 200 कर्मी घटनास्थल पर बचाव अभियान में लगे हुए हैं।
कैसे हुआ केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट?
शुरुआती जांच से पता चला है कि सिगाची केमिकल्स फैक्ट्री में क्वालिटी कंट्रोल यूनिट में ड्रायर की खराबी के कारण विस्फोट हुआ। एक अग्निशमन अधिकारी ने कहा, 'घटना में उपस्थिति के प्रभारी जनरल मैनेजर ए लोगानन की भी मौत हो गई। इस वजह से यह पता लगाना मुश्किल हो रहा है कि इमारत में कौन-कौन था।'
हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर दूर इस फैक्ट्री में जब विस्फोट हुआ तब लोगानन अपनी कार से बस बाहर निकले ही थे। घटना में पास के एक एचआर ब्लॉक और एक पिछली कंपाउंड की दीवार आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुई है। सीमेंट के टुकड़ों से कुछ श्रमिकों को चोट लगी, जबकि विस्फोट के बाद आग की लपटों के तेजी से फैलने से कई अन्य लोग गंभीर रूप से जल गए। वहीं, कई शव इतने जल गए कि उनकी पहचान नहीं हो पाई है। सोमवार देर रात तक केवल चार शवों की पहचान हो पाई।
श्रमिकों के परिजनों का बुरा हाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। वहीं, दूसरी ओर हताहत लोगों के रिश्तेदार अस्पतालों के बाहर और विस्फोट स्थल पर इस उम्मीद में इंतजार करते देखे गए कि उन्हें अपने प्रियजन को लेकर कोई अच्छी खबर मिले।
इस बीच अग्निशमन सेवा के निदेशक जी वी नारायण राव ने कहा, 'कंपनी प्रबंधन से इस बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है कि अंदर कितने श्रमिक थे, जिससे बचाव कार्य जटिल हो गया है। मलबे के नीचे और भी लोग फंसे हो सकते हैं। मलबा साफ होने के बाद ही हमें स्पष्ट तस्वीर मिल पाएगी।'
वहीं, तेलंगाना के सीएम ए रेवंत रेड्डी मंगलवार को अस्पताल जाएंगे और पीड़ितों के परिवारों से मिलेंगे। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को बचाव और राहत प्रयासों की निगरानी करने का निर्देश दिया है। विस्फोट के कारणों की जांच करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज (एमसीसी) बनाने वाली कंपनी सिगाची इंडस्ट्रीज ने स्टॉक एक्सचेंजों को मेडक जिले में अपने संयंत्र में हुई दुर्घटना के बारे में सूचित किया है।