नई दिल्लीः बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधासभा चुनाव होने हैं जिसको लेकर सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं। इसी क्रम में दिल्ली में आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुलाकात हुई। इस दौरान राजद से राज्यसभा सांसद मनोज झा और संजय यादव तो वहीं कांग्रेस की तरफ से मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल मौजूद रहे। 

दोनों ही दलों में गठबंधन तो तय माना जा रहा है लेकिन सीट-शेयरिंग के सीएम फेस को लेकर खींचतान जारी है। एक ओर जहां राजद प्रमुख ने तेजस्वी यादव को सीएम बनाने का ऐलान कर चुके हैं तो वहीं कांग्रेस ने इस पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

क्या बोले तेजस्वी यादव?

बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि यह बैठक बहुत सकारात्मक रही। इसके साथ ही तेजस्वी ने कहा कि आगामी 17 अप्रैल को पटना में एक बैठक होगी जिसमें कांग्रेस, आरजेडी, वाम दलों और वीआईपी के साथ बैठक करेंगे। 

इसके साथ ही तेजस्वी ने मौजूदा नीतीश कुमार की सरकार पर भी निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि बीते 20 सालों में राज्य में सरकार चल रही है और बीते 11 सालों में पीएम मोदी सत्ता में हैं लेकिन बिहार फिर भी सबसे पिछड़े राज्यों में आता है। यहां प्रति व्यक्ति आय और किसानों की आमदनी सबसे कम है। इसके साथ ही तेजस्वी ने राज्य में सबसे अधिक पलायन के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। 

हालांकि सीएम के सवाल पर तेजस्वी चुप्पी साध गए। इस सवाल पर तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा "हम निर्णय लेंगे, मैं नहीं जानता आप लोग मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर इतने चिंतित क्यों हैं?"

तेजस्वी ने आगे कहा "हम सभी मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। हम विपक्ष में हैं और यह हमारा कर्त्तव्य है कि सरकार की कमियों को जनता के सामने उजागर करें।" वहीं, इस बैठक के बारे में आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि यह एक औपचारिक बैठक थी। इसके साथ ही मनोज झा ने कहा कि राजद कांग्रेस की सबसे पुरानी सहयोगी रही है। 

खड़गे ने एक्स पर किया पोस्ट

इस बैठक के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट किया। एक्स पर किए पोस्ट में उन्होंने लिखा "आने वाले चुनाव में बिहार की जनता को हम एक सशक्त, सकारात्मक, न्यायप्रिय व कल्याणकारी विकल्प देंगे। भाजपा और उसके अवसरवादी ठगबंधन से बिहार को मुक्ति मिलेगी। 

युवा, किसान-मज़दूर, महिलाएँ, समाज के पिछड़े, अति पिछड़े व अन्य सभी वर्ग के लोग महागठबंधन की सरकार चाहते हैं।"

कन्हैया कुमार की "पलायन रोको-नौकरी दो" रैली में हाल ही में राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट पहुंचे थे। इस दौरान पायलट ने कहा था कि विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सभी निर्णय लिए जाएंगे। 

बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होना है। एक ओर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) है जिसमें जनता दल यूनाइटेड, भारतीय जनता पार्टी, चिराग पासवान की लोक जन शक्ति पार्टी, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल है। वहीं, महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, वाम दल और वीआईपी शामिल है। 

गौरतलब है कि 2020 में हुए विधानसभा चुनावों में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। आरजेडी ने 75 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, भाजपा ने 74 सीटों पर कामयाबी हासिल की थी। जनता दल यूनाइटेड को सिर्फ 43 सीटें ही मिली थीं।