पटनाः राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से तेज प्रताप यादव के निष्कासन के बाद उठे विवाद पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का फैसला अंतिम और सर्वोपरि है।

पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो निर्णय लिया है, वही पार्टी की भलाई के लिए उपयुक्त है। लालू जी सबसे अधिक अनुभवी नेता हैं, और उन्हें भलीभांति पता है कि पार्टी और राज्य के हित में क्या है। उनके निर्णय पर किसी को संदेह नहीं होना चाहिए। बाकि हमको किसी की निजी जिंदगी पर टीका-टिप्पणी नहीं करनी है।

तेज प्रताप यादव द्वारा दिए गए 'जयचंद' वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी ने ज्यादा कुछ नहीं कहा, लेकिन यह स्पष्ट संकेत दिया कि संगठनात्मक अनुशासन और नेतृत्व के फैसलों को चुनौती देना उचित नहीं। 

दरअसल रविवार एक्स पर एक पोस्ट में तेज प्रताप ने अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी और परिवार में मौजूद ‘जयचंदों’ पर निशाना साधा था। तेज प्रताप ने लिखा था, "मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे। कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो लेकिन खुद कृष्ण को नहीं। हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। मेरे भाई, भरोसा रखना, मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं। 

पोस्ट में तेज प्रताप ने आगे लिखा कि फिलहाल दूर हूं, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई, मम्मी-पापा का ख्याल रखना। जयचंद हर जगह हैं, अंदर भी और बाहर भी।

बिहार में ‘क्रिमिनल डिसॉर्डर’

मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर भी राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। मुजफ्फरपुर में एक दलित बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म और फिर उसकी बेरहमी से हत्या के मामले पर उन्होंने कहा, “डबल इंजन की सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। न कानून-व्यवस्था बची है, न ही स्वास्थ्य सेवाएं। मुख्यमंत्री को इन घटनाओं की जानकारी तक नहीं होती, और वे इस पर संवेदना तक नहीं जताते।”

तेजस्वी ने कहा कि सरकार के शीर्ष नेतृत्व को जनता की पीड़ा से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री केवल राजनीतिक कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। किसी के पास इतना समय नहीं कि वे पीड़ित परिवार से जाकर मिल सकें। आज बिहार में कानून-व्यवस्था नहीं, बल्कि ‘क्रिमिनल डिसॉर्डर’ है।”

तेजस्वी ने राजधानी पटना में बढ़ती आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा, "हर दिन गोलीबारी की खबरें आ रही हैं- चाहे वह सचिवालय हो, फ्लाईओवर या मुख्यमंत्री आवास के आसपास का इलाका। अगर सरकार राजधानी की सुरक्षा नहीं संभाल पा रही है, तो बाकी राज्य की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। यह सीधे-सीधे कानून-व्यवस्था की विफलता है।"

बिहार की जनता बदलाव चाहती हैः तेजस्वी

उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि “नीतीश कुमार केवल अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं, जनता की समस्याओं से उनका कोई वास्ता नहीं रहा। अब बिहार की जनता बदलाव चाहती है और इस सरकार से पूरी तरह ऊब चुकी है।”

अपने और पार्टी पर हो रहे आरोपों को लेकर तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा, "जो लोग हमसे पूछते हैं कि आपने 15 साल में क्या किया, पहले वे बताएं कि अपने 15 साल में क्या किया। जवाब उन्हें देना चाहिए जिन्होंने शासन किया है, हम नहीं छुप रहे।"

समाचार एजेंसी आईएएनएस इनपुट के साथ