युनूस सरकार के आने के बाद से बांग्लादेश में स्थिति बदतर होते जा रहे हैं। अभी हाल ही में बांग्लादेश के पुस्तक मेले में इसका उदहारण देखने को मिला है। दरअसल, बांग्लादेश की मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो शेयर की है। इस पोस्ट में उन्होंने आरोप लगाया है कि जिहादी धार्मिक चरमपंथियों ने बांग्लादेश के पुस्तक मेले में प्रकाशक सब्यसाची के स्टॉल पर तोड़फोड़ किया।
तसलीमा नसरीन ने शेयर किया VIDEO
तसलीमा नसरीन ने वीडियो शेयर कर लिखा, 'आज, जिहादी धार्मिक चरमपंथियों ने बांग्लादेश के पुस्तक मेले में प्रकाशक सब्यसाची के स्टॉल पर हमला किया। उनका अपराध मेरी पुस्तक प्रकाशित करना था। पुस्तक मेला अधिकारियों और स्थानीय स्टेशन की पुलिस ने मेरी पुस्तक को हटाने का आदेश दिया। इसे हटाए जाने के बाद भी, चरमपंथियों ने हमला किया, स्टॉल पर तोड़फोड़ की और इसे बंद कर दिया। सरकार इन चरमपंथियों का समर्थन कर रही है, और देश भर में जिहादी गतिविधियां फैल रही हैं।'
Today, jihadist religious extremists attacked the stall of the publisher Sabyasachi at Bangladesh's book fair. Their "crime" was publishing my book. The book fair authorities and the police from the local station ordered the removal of my book. Even after it was removed, the… pic.twitter.com/ypddpQysiu
— taslima nasreen (@taslimanasreen) February 10, 2025
कौन है तसलीमा नसरीन?
तसलीमा नसरीन बांग्लादेश की एक बहुचर्चित लेखिका हैं, जिन्होंने अबतक अबतक कई किताबें लिखी है, और अपनी बेबाक अंदाज की वजह से चर्चा में रहती हैं। तसलीमा कविताएं भी लिखती हैं। उन्होंने एक नॉवेल लिखी थी लज्जा, इसपर एक फिल्म भी बन चुकी है। हालांकि, इस फिल्म के बाद उनके खिलाफ फतवा भी जारी किया गया था।
तसलीमा नसरीन अक्सर इस्लामिक कट्टरता और उनकी खामियों को लेकर मुखर रहती हैं। यही कारण है कि वो इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर रहती हैं। उनका जन्म 25 अगस्त 1962 में बांग्लादेश के मयमनसिंह में हुआ था। तसलीमा पेशे से एक डॉक्टर हैं, लेकिन वो कविताएं और कहानियं भी लिखती हैं।
हालांकि, वो स्वीडन की नागरिक हैं, लेकिन बांग्लादेश के मुस्लिम देश होने के कारण उन्हें भी निर्वासित होकर भारत में शरण लेना पड़ा। पहले वो अमेरिका और यूरोप में रहती थी। बाद में उन्होंने भारत में शरण ली और 2004 से यहीं रह रही हैं।