चेन्नईः अभिनेता से नेता बने थलपति विजय को उनकी पार्टी ‘तमिलगा वेत्री कड़गम’ (टीवीके) ने शुक्रवार को तमिलनाडु में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया। यह फैसला पार्टी की पहली राज्य कार्यकारिणी बैठक में लिया गया, जहां विजय को गठबंधन संबंधी सभी फैसले लेने का अधिकार भी सौंपा गया।
बैठक में विजय ने स्पष्ट घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने भाजपा को “विचारधारात्मक शत्रु” और “विभाजनकारी शक्ति” बताया और कहा कि टीवीके, तमिलनाडु में डीएमके और भाजपा दोनों के खिलाफ एक स्वतंत्र राजनीतिक विकल्प के रूप में उभरेगी।
केंद्र और भाजपा पर साधा निशाना
विजय ने केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “हम गर्व से कहते हैं कि तमिलनाडु सामाजिक न्याय और भाईचारे की भूमि है। भाजपा की ध्रुवीकरण और नफरत की रणनीति यहां काम नहीं करेगी। पेरियार और अन्नादुरै जैसे नेताओं का अपमान कर भाजपा तमिल जनमानस को नहीं जीत सकती।”
उनकी यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब भाजपा की राज्य इकाई के कुछ नेताओं ने टीवीके को एआईएडीएमके-भाजपा गठबंधन में शामिल होने के संकेत दिए थे।
बैठक में पार्टी ने कई प्रमुख प्रस्ताव पारित किए, जिनमें जुलाई के दूसरे सप्ताह से सदस्यता अभियान शुरू करना और अगला राज्य सम्मेलन तिरुची या मदुरै में आयोजित करने का निर्णय शामिल है। सितंबर से दिसंबर तक विजय पूरे राज्य में जनसंपर्क यात्रा करेंगे ताकि जनता से सीधा संवाद किया जा सके।
परंदूर हवाईअड्डा परियोजना को लेकर सरकार पर हमला
विजय ने डीएमके सरकार पर निशाना साधते हुए परंदूर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “सैकड़ों किसान परिवारों को उजाड़ा जा रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री अब तक उनसे मिलने क्यों नहीं पहुंचे?” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो वे परंदूर के लोगों को लेकर सचिवालय तक मार्च करेंगे।
उन्होंने दोहराया कि टीवीके हवाईअड्डे के निर्माण के खिलाफ नहीं है, लेकिन यह किसानों की आजीविका और जल स्रोतों की कीमत पर नहीं होना चाहिए।